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Chapter Analysis
Beginner3 pages • HindiQuick Summary
यह अध्याय 'वाह, मेरा घोड़ा!' एक आनंदमयी कविता है जो एक घोड़े के तेज़ भागने और उसकी चाल के बारे में वर्णन करती है। इसमें कवि अपने घोड़े की प्रशंसा करता है, और उसके चलने के तरीके को 'तीन कदम ताल' के रूप में व्यक्त करता है। कविता में हास्य-रस का तत्व भी शामिल है, जिससे बच्चे इसे आसानी से समझ सकते हैं।
Key Topics
- •घोड़े की चाल
- •शब्दों की ध्वनि पहचान
- •ध्वनियों का खेल
- •बच्चों का भाषा विकास
- •शब्दावली बढ़ाना
- •कविता की संवेदना
Learning Objectives
- ✓बच्चों को कविता के माध्यम से ध्वनि पहचान सिखाना
- ✓शब्दों की ध्वनि संरचना से परिचय कराना
- ✓घोड़े की चाल का वर्णन समझाना
- ✓भाषा के प्रति रुचि विकसित करना
Questions in Chapter
नीचे दिए गए शब्दों को ध्यान से सुनिए। इन शब्दों की पहली और अंतिम ध्वनि पहचानिए।
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‘त’, ‘घ’ ‘ड़’ की ध्वनि वाले शब्दों को पहचानिए और लिखिए।
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Additional Practice Questions
कविता में घोड़े की कैसी चाल का वर्णन किया गया है?
easyAnswer: कविता में घोड़े की चाल को 'तीन कदम ताल' के रूप में वर्णित किया गया है जिसमें घोड़ा बहुत तेजी से चलता है।
कविता में किस प्रकार की ध्वनियों पर ध्यान केंद्रित किया गया है?
mediumAnswer: कविता में विशेष रूप से 'त', 'घ', और 'ड़' ध्वनियों पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
'वाह, मेरा घोड़ा!' कविता का मुख्य उद्देश्य क्या है?
mediumAnswer: इस कविता का मुख्य उद्देश्य बच्चों को शब्दों की ध्वनियों से परिचित कराना और भाषा के प्रति उनकी जिज्ञासा बढ़ाना है।
घोड़े की चाल के साथ कौन सी ध्वनि को जोड़ कर प्रस्तुत किया गया है?
easyAnswer: घोड़े की चाल के साथ 'तीन कदम ताल' की ध्वनि को जोड़ कर प्रस्तुत किया गया है।
कविता के अनुसार, कवि घोड़े की चाल की तुलना किससे करता है?
hardAnswer: कवि घोड़े की चाल की तुलना 'तीन कदम ताल' से करता है, जो घोड़े की गति का प्रतीक है।