Chapter 1: माता का अँचल

Hindi - Kritika • Class 10

Download PDF

Loading PDF...

Chapter Analysis

Intermediate11 pages • Hindi

Quick Summary

यह कहानी एक बच्चे के दृष्टिकोण से उसकी माँ के साथ उसके स्नेह और उसके बचपन के अनुभवों की यात्रा को दर्शाती है। कथा में बालक के मन की कोमलता, माता का स्नेह, और परिवार के बीच के संबंधों का विस्तृत वर्णन है। इसमें जिस प्रकार से बच्चा अपनी माँ के आंचल में सुरक्षित महसूस करता है, उसका खूबसूरती से चित्रण किया गया है।

Key Topics

  • बालक का मातृत्व प्रेम
  • माँ के आंचल की सुरक्षा
  • परिवार की भूमिका
  • सांस्कृतिक पृष्ठभूमि
  • बालक की कल्पना शक्ति
  • संवेदनशीलता और स्नेह

Learning Objectives

  • मातृत्व के महत्व को पहचानना
  • बालक के जीवन में माँ की भूमिका को समझना
  • परिवार और सामाजिक संबंधों की गहराई को जानना
  • बचपन की कोमल संवेदनाओं को अनुभव करना

Questions in Chapter

कृपया इस अध्याय का सारांश लिखें।

Page 8

बालक की माँ के आंचल का उसके जीवन में क्या महत्व है?

Page 11

Additional Practice Questions

माता का आंचल बालक के लिए क्या आराम और सुरक्षा का प्रतीक है? उदाहरण दें।

medium

Answer: बालक अपनी माँ के आंचल में बैठकर सुरक्षित और आरामदायक महसूस करता है। उसकी माँ का आंचल उसके लिए संसार के सभी कष्टों से रक्षा करने वाला होता है। यह बालक के मन की कोमलता और मां के प्रति उसके गहन प्रेम को दर्शाता है।

उस युग की सांस्कृतिक धरोहरों का इस कहानी में क्या महत्व है?

hard

Answer: इस कहानी में सांस्कृतिक धरोहरों का महत्व इसलिए है क्योंकि वे उस युग की सामाजिक और पारिवारिक संरचना को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करते हैं। यह बालक के जीवन में उसकी माँ के आंचल के माध्यम से व्यक्त किया गया है।

बालक की कल्पना शक्ति किस प्रकार उसकी माँ के स्नेह से प्रभावित होती है?

easy

Answer: बालक की कल्पना शक्ति उसकी माँ के स्नेह से अत्यधिक प्रभावित होती है क्योंकि माँ का प्रेम उसे निडर और सृजनात्मक बनाता है। उसकी कल्पना शक्ति उसे नई-नई चीजें सोचने और समझने की प्रेरणा देती है।

जो प्रसंग कहानी में विशेष रूप से मार्मिक लगता है, उसका वर्णन करें।

medium

Answer: कहानी का वह प्रसंग जब बालक ग्लानि महसूस करता है और माँ के आंचल में शरण लेता है, अत्यंत मार्मिक है। यह माँ-बेटे के बीच के अटूट प्रेम और सहज संबंध को प्रस्तुत करता है।

क्या आपने कभी ऐसा अनुभव किया है जैसा बालक ने इस कहानी में किया? अपने अनुभव शेयर करें।

easy

Answer: बालक जैसा अनुभव अक्सर प्रत्येक बच्चे के जीवन में किसी न किसी क्षण आता है जब वे ममता के आंचल में अपने आपको सुरक्षित महसूस करते हैं। इस सुरक्षा भाव से बच्चों को मजबूती और आत्मविश्वास मिलता है।