Chapter 9: जैव अणु

Biology - Hindi • Class 11

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Chapter Analysis

Intermediate15 pages • Hindi

Quick Summary

यह अध्याय जैव अणुओं की संरचना और कार्यों पर एक गहन दृष्टिकोण प्रदान करता है। इसमें विभिन्न प्रकार के जैव अणुओं जैसे प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, और लिपिड की चर्चा की गई है और उनके जैव रासायनिक क्रियाओं में भूमिका का वर्णन किया गया है। अध्याय में एंजाइम्स की क्रिया विधि और उनके प्रकार पर भी प्रकाश डाला गया है, जो विभिन्न जैवरासायनिक प्रक्रियाओं के उत्प्रेरक के रूप में कार्य करते हैं।

Key Topics

  • प्रोटीन की संरचना और प्रकार
  • कार्बोहाइड्रेट के प्रकार
  • एंजाइमों की कार्यप्रणाली
  • लिपिड का जैविक महत्व
  • जैव अणुओं की श्रेणियाँ
  • विटामिन और उनके कार्य

Learning Objectives

  • विभिन्न जैव अणुओं की पहचान करना और उनकी भूमिका समझना।
  • एंजाइमों की क्रिया को समझना और उनका महत्व जानना।
  • कार्बोहाइड्रेट्स के विभिन्न प्रकारों को जानना।
  • लिपिड्स का जैविक महत्व और कार्य समझना।
  • विटामिन की भूमिका और उनका जैविक महत्व जानना।

Questions in Chapter

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Additional Practice Questions

प्रोटीन क्यों आवश्यक हैं?

medium

Answer: प्रोटीन शरीर के निर्माण खंड हैं, जो ऊतकों के निर्माण और मरम्मत में सहायता करते हैं, एंजाइम और हार्मोन के निर्माण में मुख्य भूमिका में होते हैं।

कार्बोहाइड्रेट्स की मुख्य श्रेणियाँ कौन-कौन सी हैं?

easy

Answer: कार्बोहाइड्रेट्स की मुख्य श्रेणियाँ मोनोसैकराइड्स, डाइसैकराइड्स, और पॉलीसैकराइड्स हैं। ये ऊर्जा का प्रमुख स्रोत होते हैं।

एंजाइम की गतिज ऊर्जा पर क्या प्रभाव पड़ता है?

hard

Answer: एंजाइम क्रियाशीलताएँ प्रतिक्रिया ऊर्जा अवरोधों को कम करके रासायनिक प्रतिक्रियाओं के लिए ऊर्जा बाधा को कम करती हैं, जिससे प्रक्रिया तेजी से होती है।

लिपिड क्या हैं और उनका जैविक महत्व क्या है?

medium

Answer: लिपिड ऊर्जा का संचय हैं और वे कोशिका झिल्ली के बनावट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

एंजाइम की संरचनात्मक विशिष्टता और उसके कार्य का वर्णन करें।

hard

Answer: एंजाइम की संरचनात्मक विशिष्टता उसके सक्रिय स्थलों की विशिष्ट आकृति पर आधारित होती है, जो विशेष क्रियाविकारों को सहायक या प्रतिरोधी बना सकती है।