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Chapter Analysis
Intermediate14 pages • HindiQuick Summary
इस अध्याय में नियोजन की प्रक्रिया और उसके महत्त्व पर चर्चा की गई है। नियोजन संगठनों को अपने उद्देश्यों को व्यवस्थित तरीके से प्राप्त करने में सहायता करता है। यह भविष्य को ध्यान में रखते हुए संसाधनों के समुचित उपयोग को सुनिश्चित करता है। इस प्रक्रिया में अनिश्चितताओं और विपरीत परिस्थितियों का पूर्वानुमान लगाने की कला व विज्ञान शामिल हैं।
Key Topics
- •योजना की प्रक्रिया
- •संगठनात्मक उद्देश्य
- •संसाधनों का प्रबंधन
- •भविष्य की अनिश्चितताओं का प्रबंधन
- •लक्ष्य निर्धारण
- •रणनीतिक निर्णय
- •जोखिम प्रबंधन
- •सफलता के मानदंड
Learning Objectives
- ✓छात्र योजना और उसके महत्त्व को समझेंगे।
- ✓छात्र संगठनों में नियोजन की भूमिका की पहचान करेंगे।
- ✓छात्र रणनीतिक योजनाओं का विश्लेषण करना सीखेंगे।
- ✓छात्र संसाधनों के प्रबंधन की तकनीकें विकसित करेंगे।
Questions in Chapter
योजना की परिभाषा में मुख्य गुण क्या हैं?
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यदि योजना में भविष्य के लिए विवरण तैयार करना शामिल है, तो यह सफलता सुनिश्चित क्यों नहीं करता?
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व्यापार संगठनों द्वारा किस प्रकार के रणनीतिक निर्णय किए जाते हैं?
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Additional Practice Questions
योजना बनाने का प्राथमिक उद्देश्य क्या है?
mediumAnswer: योजना का प्राथमिक उद्देश्य संसाधनों का सही और समय पर उपयोग सुनिश्चित करके संगठनों के लक्ष्यों को पूरा करना है। यह प्रक्रिया उद्देश्यों को हासिल करने की दिशा में प्रबंधन को मार्गदर्शन प्रदान करती है।
व्यापार में नियोजन के 5 प्रमुख लाभ क्या हैं?
mediumAnswer: नियोजन से संसाधनों का समुचित उपयोग होता है, जोखिमों का प्रबंधन होता है, टीम की उन्नति होती है, निर्णय प्रक्रिया सुदृढ़ होती है, और प्रतिस्पर्धात्मक लाभ मिलता है।
नियोजन की सीमाएं क्या हैं?
hardAnswer: नियोजन की सीमाएं हैं: निरंतरता की आवश्यकता, जटिलता, बदलते वातावरण में पूर्वानुमान की अनिश्चितता, और लचीलापन की कमी।
एक प्रभावी योजना में किन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए?
hardAnswer: एक प्रभावी योजना में स्पष्ट उद्देश्य, संसाधनों का आकलन, लचीलापन, और निगरानी प्रक्रिया शामिल होती है।