Chapter 11: पंडित चंद्रधर शर्मा गुलेरी

Hindi - Antra • Class 12

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Chapter Analysis

Intermediate8 pages • Hindi

Quick Summary

यह अध्याय चंद्रधर शर्मा गुलेरी के जीवन और उनके साहित्यिक योगदान पर केंद्रित है। गुलेरी एक प्रतिष्ठित लेखक थे जिन्होंने भारतीय संस्कृति और सामाजिक मुद्दों पर विचारशील लेख लिखे। उनके साहित्य में गहनता और विचारशीलता की झलक मिलती है। इस अध्याय में उनके लेखन शैली और उनके प्रभाव का वर्णन किया गया है।

Key Topics

  • गुलेरी की जीवनी
  • साहित्यिक योगदान
  • सामाजिक मुद्दे
  • भारतीय संस्कृति
  • शिक्षा के प्रति दृष्टिकोण
  • विचारशील लेखन

Learning Objectives

  • गुलेरी के जीवन और उनके कार्यों को समझना।
  • उनके लेखन की सामाजिक और सांस्कृतिक प्रासंगिकता को पहचानना।
  • शिक्षा के प्रति गुलेरी के विचारों का विश्लेषण करना।
  • गुलेरी के लेखन से सीख लेकर अपने लेखन में सुधार करना।

Questions in Chapter

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Additional Practice Questions

Pandit chandradhar sharma gulegri के प्रमुख सिद्धांत क्या थे?

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Answer: गुलेरी का मानना था कि शिक्षा का उद्देश्य व्यक्तित्व विकास होना चाहिए। वे मानवता और ज्ञान के प्रचारक थे।

गुलेरी के लेखन में किस प्रकार के सामाजिक मुद्दों पर ध्यान दिया गया है?

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Answer: उनके लेख सामाजिक असमानताओं, गरीबी और सांस्कृतिक परंपराओं के परिप्रेक्ष्य में लिखे गए हैं।

गुलेरी की साहित्यिक यात्रा का संक्षिप्त विवरण दें।

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Answer: गुलेरी ने साहित्य की कई विधाओं में काम किया और उनके लेख मुख्यतः गहन और विचारोत्तेजक होते थे।

गुलेरी के लेखनों में कौन से मूल विषय रहे हैं?

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Answer: उनके लेखनों के मूल विषयों में मानवता, शिक्षा, और भारतीय संस्कृति शामिल हैं।

गुलेरी के साहित्यिक योगदान का वर्तमान समाज पर क्या प्रभाव पड़ा है?

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Answer: उनके साहित्य ने समकालीन समाज में शिक्षा और सामाजिक समझ को गहराई प्रदान की है।