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Chapter Analysis
Advanced10 pages • HindiQuick Summary
भीष्म साहनी की यह कहानी इंसानियत, सामाजिक जिम्मेदारी और जद्दोजहद की गाथा है। लेखक ने अपने अनुभवों और जीवन की परिस्थितियों के माध्यम से नैतिकता और संघर्ष की जीवंत तस्वीर पेश की है। यह कहानी संघर्ष और संवेदना के माध्यम से पाठकों को जीवन के विचारशील पहलुओं पर सोचने के लिए प्रेरित करती है।
Key Topics
- •इंसानियत
- •सामाजिक जिम्मेदारी
- •संघर्ष
- •नैतिकता
- •जीवन के विचारशील पहलू
- •संवेदना
Learning Objectives
- ✓छात्र बीमार बालक की स्थिति को समझकर संवेदनशील बनें।
- ✓छात्र भीष्म साहनी की लेखन शैली की विशेषताओं का विश्लेषण कर सकें।
- ✓छात्र नैतिकता और सेवा के महत्व को पहचान सकें।
- ✓छात्र समाज और जीवन के संघर्षों को समझने की क्षमता विकसित कर सकें।
Questions in Chapter
लेखक सेवा-क्षेत्र में कब और क्यों गया था?
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लेखक का काका जी के साथ चलने का पहला अनुभव कैसा रहा?
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लेखक ने सेवा-क्षेत्र में किन-किन व्यक्तियों के आने का विशेषता किया?
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बीमार बच्चे के प्रति काका जी का व्यवहार किस प्रकार का था?
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काठमांडू के लोगों ने जूलियस सीजर का स्वागत किस प्रकार से किया?
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Additional Practice Questions
भीष्म साहनी का विचार 'सेवा मानवता की सच्ची सेवा है' से आप क्या समझते हैं?
mediumAnswer: इस कथन का तात्पर्य यह है कि सच्ची सेवा वही है जो मानव जाति की सेवा में लगे। भीष्म साहनी ने इस पर विचार करते हुए बताया है कि कैसे मानवता की सेवा करना हमारे जीवन का अहम हिस्सा होना चाहिए।
कहानी के अंत से आपको जीवन के कौनसे मूल्य सीखने को मिलते हैं?
hardAnswer: कहानी के अंत में यह सीखने को मिलता है कि संघर्ष और सेवा के मार्ग पर चलकर ही सच्चे अर्थों में जीवन को जीया जा सकता है। इंसानियत और नैतिकता ही हमारे जीवन का आदर्श होना चाहिए।
बीमार बालक का चित्रण कहानी में किस प्रकार किया गया है?
mediumAnswer: बीमार बालक का चित्रण करुणा और संवेदना के साथ किया गया है, जिससे पाठक उसके दुख और दर्द का अनुभव कर पाएं।भीष्म साहनी ने बड़ी संवेदनशीलता से इसके दर्दभरे क्षणों को उकेरा है।
लेखक ने किस प्रकार सेवा क्षेत्र के अनुभवों का वर्णन किया है?
mediumAnswer: लेखक ने सेवा क्षेत्र के अनुभवों का वर्णन बहुत जीवंतता के साथ किया है, जिसमें अपने अनुभवों को साझा किया और यह दिखाया कि कैसे उन्होंने दूसरों की सेवा करते हुए जीवन के विभिन्न पहलुओं को सजीव रूप में समझा।
कोई एक ऐसा उदाहरण दीजिये जहाँ लेखक की संवेदनशीलता दृष्टिगोचर होती है।
easyAnswer: जब लेखक बीमार बालक के पास रुककर उसे सहारा देता है और उसकी सहायता करता है, वहाँ लेखक की संवेदनशीलता और करुणा साफ झलकती है।