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Chapter Analysis
Intermediate23 pages • HindiQuick Summary
इस अध्याय में कार्य, आजीविका और जीविका के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला गया है। यह अध्याय आजीविका के विभिन्न प्रकारों को समझने और कार्य के सामाजिक, आर्थिक और मानविकी पहलुओं को जोड़कर वर्णन करता है। इसमें व्यक्ति के स्वस्थ जीवन और समाज पर कार्य के महत्वपूर्ण प्रभाव की चर्चा की गई है। इसके अलावा, कार्य के लिए सही दृष्टिकोण और मानसिकता को कैसे विकसित किया जाए, यह भी बताता है।
Key Topics
- •कार्य और उसके प्रकार
- •आजिविका और जीविका का महत्त्व
- •व्यक्ति के जीवन में कार्य का प्रभाव
- •मानविकी दृष्टिकोण से कार्य की पहचान
- •समाज में कार्य की भूमिका
- •सही मानसिकता का विकास
Learning Objectives
- ✓अर््थपरू्थ कयाय्थ, आजीधिकया, जीधिकया अौर सिदेच्यािधृति कदे महत्त को समझना
- ✓जीिन-सतर और जीिन-गरुितिया की अिियाररयाओ ंको समझना
- ✓सयामयाधजक उतिरदयाध्यत्ि और सिदेच्यािधृति कदे महत्ि को जानना
- ✓परं परयागत व्यिसयायों और धिधिष्ट समहूों से जुड़ी समस्याओं का समाधान करना
- ✓कार्य के सामाजिक और सांस्कृतिक पहलुओं को समझना
Questions in Chapter
धन्नधलधख़त िब्दों को समझयाइए — (a) कयाय्थ-जीिन की गरुितिया (b) जीिन-कौिल
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सिसर् कयाय्थ पररिदेि की धिधिष्टतयाओ ंकया िर्थन कर सकें गदे।
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Additional Practice Questions
जीविका और आजीविका के बीच के अंतर को समझाइए।
mediumAnswer: जीविका का सीधा संबंध व्यक्ति के दैनिक जीवन के लिए आवश्यकताएं पूरी करने से है, जबकि आजीविका वह आधार है जो व्यक्ति को रोजगार या व्यवसाय द्वारा प्राप्त होता है। आजीविका के माध्यम से ही जीविका सुनिश्चित होती है।
कार्य के सामाजिक महत्व को स्पष्ट करें।
easyAnswer: कार्य ना केवल व्यक्तिगत संतुष्टि का माध्यम है बल्कि यह समाज के विकास में भी योगदान देता है। कार्य से प्राप्त आय व्यक्ति और उसके परिवार की जीवन स्तर को सुधारने में सहायक होती है, और यह समाज में उसकी प्रतिष्ठा को भी बढ़ाती है।
किसी कार्य जीवन में नैतिकता का महत्व क्या है?
mediumAnswer: कार्य जीवन में नैतिकता व्यक्ति की छवि को निखारती है और उसे समाज में एक सम्मानित स्थान दिलाती है। नैतिकता के साथ किया गया कार्य दीर्घकालिक सफलता का आधार बनता है।
सामाजिक और सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में कार्य का योगदान क्या है?
hardAnswer: कार्य का सामाजिक और सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में योगदान व्यक्ति की सामाजिक जिम्मेदारियों को पूरा करने और सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने में महत्वपूर्ण होता है। यह व्यक्तियों के बीच आपसी समझ और सहिष्णुता को बढ़ाता है।
कार्य से जुड़ी मानसिकता का सम्पूर्ण जीवन पर क्या प्रभाव होता है?
mediumAnswer: कार्य से जुड़ी मानसिकता व्यक्ति को आत्मविश्वास से भर देती है, जिससे उसका सम्पूर्ण जीवन अधिक प्रोडक्टिव और सुखमय बनता है। सकारात्मक मानसिकता मनुष्य के विकास और सफलता में सहायक होती है।