Chapter 1: परिचय

Microeconomics - Hindi • Class 12

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Chapter Analysis

Beginner8 pages • Hindi

Quick Summary

यह अध्याय अर्थशास्त्र के मूलभूत संकल्पनाओं और सिद्धांतों की व्याख्या करता है। इसमें विकल्पों के बीच चयन, संसाधनों की कमी और उनके उचित वितरण पर ध्यान केंद्रित किया गया है। मानव आवश्यकताओं की संतुष्टि के लिए उपलब्ध संसाधनों का सबसे कुशल उपयोग करने की आवश्यकता पर विचार किया जाता है।

Key Topics

  • विकल्प लागत
  • आपूर्ति और मांग
  • संरचनागत बेरोज़गारी
  • चक्रीय बेरोज़गारी
  • उपभोग संतुलन
  • वितरण कुशलता

Learning Objectives

  • विकल्प लागत के प्रभाव को समझना
  • आपूर्ति और मांग के सिद्धांतों को लागू करना
  • संरचनागत और चक्रीय बेरोज़गारी के बीच अंतर की पहचान करना
  • उपभोग संतुलन की अवधारणा को व्याख्यायित करना

Questions in Chapter

विकल्प लागत क्या है?

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आपूर्ति और मांग के सिद्धांत को कैसे परिभाषित किया जाता है?

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Additional Practice Questions

उपभोग क्रियाओं में संतुलन कैसे अनुभूत होता है?

medium

Answer: संतुलन तब होता है जब उपभोक्ता की सीमा उपयोगिता और बजट सीमाएँ उपयुक्त रूप से संतोषजनक होती हैं, और वो अधिक किसी आवश्यकता की चीज़ें नहीं प्राप्त करना चाहता।

विकल्प लागत अर्थव्यवस्था में क्या भूमिका निभाती है?

medium

Answer: विकल्प लागत यह तय करने में मदद करती है कि सीमित संसाधनों का उपयोग कैसे किया जाए। इसे त्रुटि लागत भी कहा जाता है, जहाँ विभिन्न निष्कर्षणों के लाभों का आकलन किया जाता है।

संरचनागत बेरोज़गारी और चक्रीय बेरोज़गारी में क्या अंतर है?

hard

Answer: संरचनागत बेरोज़गारी तब होती है जब किसी अर्थव्यवस्था में काम के उपलब्ध क्षेत्रों में बदलाव होता है, जबकि चक्रीय बेरोज़गारी आर्थिक मंदी के कारण होती है।

मांग थीओरी के मुख्य तत्व क्या हैं?

easy

Answer: मांग थीओरी के मुख्य तत्वों में उपभोक्ता की पसंद, उनके आय, उत्पादों के प्रति उनकी वरीयता, और प्रतिस्पर्धी वस्तुओं की उपलब्धता शामिल हैं।

मूलभूत आर्थिक समस्याओं का समाधान कैसे किया जा सकता है?

medium

Answer: मूलभूत आर्थिक समस्याओं का समाधान संसाधनों का कुशल प्रबंधन और सामाजिक आवश्यकताओं की सही पहचान के माध्यम से किया जा सकता है।