Chapter 7: प्रत्यावर्ती धरा

Physics Part 1 - Hindi • Class 12

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Chapter Analysis

Intermediate20 pages • Hindi

Quick Summary

प्रत्यावर्ती धारा एक प्रकार की विद्युत् धारा होती है जिसमें धारा समय के साथ नियमित अंतराल पर दिशा बदलती है। इस अध्याय में प्रत्यावर्ती धारा के विभिन्न प्रकार, उनकी विशेषताएँ और उनके उपयोग पर चर्चा की गई है। विशेष रूप से ट्रांसफॉर्मर, प्रतिरोध, प्रेरण, ध्रुवण, हिजरोटेंसिस और विभव के सापेक्ष अध्ययन किया गया है। विद्युत् परिपथों में धारा के व्यवहार और उनके व्यवहार को समझने के लिए यह अध्याय महत्वपूर्ण है।

Key Topics

  • प्रत्यावर्ती धारा का परिचय
  • ट्रांसफॉर्मर और उनकी कार्यप्रणाली
  • प्रतिरोध और प्रतिक्रिया क्षमता
  • फेज ऐंगल का महत्त्व
  • हिजरोटेंसिस और ऊर्जा नुकसान
  • वोल्टेज और धारा का परस्पर संबंध
  • प्रतिचक्रता और उसका द्वितीयक प्रभाव

Learning Objectives

  • विभिन्न प्रकार की विद्युत् धारा की कार्यप्रणाली समझना
  • ट्रांसफॉर्मर की कार्य प्रणाली और उपयोगिता का वर्णन
  • प्रतिरोध और प्रतिक्रिया के बीच के अंतर को पहचानना
  • फेज ऐंगल और समयान्तराल का अध्ययन करना
  • हिजरोटेंसिस के प्रभावों को समझना और उन्हें नियंत्रित करना
  • प्रत्यावर्ती धारा के प्रभावी मूल्य की गणना करना

Questions in Chapter

एक 25.0 mH का 'kq¼ izsjd 220 V के एक लीजानेवाले सर्किट में जुड़ा है। यदि सर्किट की आवृत्ति 50 Hz हो तो परिपथ की प्रभावी प्रतिरोधा और rms धारा खोजना है।

Answer: प्रभावी प्रतिरोधा = 7.85Ω, rms धारा = 28A

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एक 15.0 µF का कैपेसिटर 220 V, 50 Hz स्रोत से जोड़ा गया है। परिपथ की कैपेसिटिव प्रतिरोधा और परिपथ में प्रवाहित होने वाली (rms और शीर्ष) धारा ज्ञात करें।

Answer: कैपेसिटिव प्रतिरोधा = 212Ω, rms धारा = 0.450 A

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Additional Practice Questions

ट्रांसफॉर्मर में प्रयोग होने वाले दो कॉइल्स के बीच विद्युत धारा का कार्य सिद्धांत समझाइए।

medium

Answer: ट्रांसफॉर्मर में प्राथमिक और द्वितीयक कॉइल्स होती हैं, जिनमें प्राथमिक कॉइल द्वारा उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र से विद्युत् धारा द्वितीयक कॉइल में प्रवाहित होती है। इसकी कार्यप्रणाली परस्पर प्रेरण पर आधारित होती है।

प्रतिक्रिया क्षमता (Reactance) को प्रतिरोध क्षमता (Resistance) से कैसे अलग किया जा सकता है?

easy

Answer: प्रतिक्रिया क्षमता किसी परिपथ के इसकेल्टोन से जुड़े होते हुए धारा के प्रति विरोध को कहते हैं, जबकि प्रतिरोध क्षमता का सम्बन्ध धारा के प्रवाह को रोकने की क्षमता से होता है।

हिजरोटेंसिस (Hysteresis) किस प्रकार ऊर्जा के नुकसान को प्रभावित करता है?

hard

Answer: हिजरोटेंसिस चक्र में चुंबकीय सामग्री में ऊर्जा का नुकसान होता है। इसे बाहरी चुंबकीय क्षेत्र के साथ बार-बार बदलाव के कारण चुम्बकीय गुणों के नुकसान के रूप में देखा जा सकता है।

विद्युत् धारा के प्रभावी मूल्य (RMS) को कैसे परिभाषित किया जाता है?

medium

Answer: विद्युत् धारा का प्रभावी मूल्य वह स्थिर धारा है जो किसी प्रतिरोधक को उस दर से ऊर्जा प्रदान करता है, जो प्रत्यावर्ती धारा करती है। इसे RMS के रूप में प्रस्तुत किया जाता है।

कैसे प्रत्यावर्ती धारा का फेज ऐंगल (Phase Angle) समयान्तराल को प्रभावित करता है?

medium

Answer: प्रत्यावर्ती धारा का फेज ऐंगल समयानुपात को प्रभावित करता है, क्योंकि यह बताता है कि धारा और वोल्टेज के बीच का समय अंतराल कितना है।