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Chapter Analysis
Intermediate14 pages • HindiQuick Summary
यह अध्याय पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों पर आधारित है, जिसमें विकासशील देशों के सामने आने वाली समस्याओं और वैश्विक पर्यावरणीय संकट के तौर-तरीकों की चर्चा की गई है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए, यह महत्वपूर्ण है कि अधिक से अधिक लोग पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक हों। इस अध्याय में असमानता, संसाधनों के अति उपयोग और जलवायु परिवर्तन के विभिन्न पहलुओं को समझाया गया है।
Key Topics
- •पर्यावरणीय न्याय
- •सतत विकास
- •जलवायु परिवर्तन
- •प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन
- •विकासशील और विकसित देशों के बीच असमानता
- •पर्यावरणीय नीतियाँ
- •अंतरराष्ट्रीय सहयोग
- •पर्यावरणीय जागरूकता
Learning Objectives
- ✓पर्यावरण और विकास के बीच संबंध को समझना
- ✓जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को पहचानना
- ✓प्राकृतिक संसाधनों के उचित प्रबंधन की विधियों को सीखना
- ✓वैश्विक पर्यावरणीय नीतियों का मूल्यांकन करना
- ✓पर्यावरणीय समस्याओं के समाधान में सामरिक दृष्टिकोण अपनाना
- ✓अंतरराष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करना
Questions in Chapter
1. 'फिर्योजल' अवधारणा को स्पष्ट करें।
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2. कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज का उद्देश्य क्या था?
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3. सतत विकास के लिए भारत की प्राथमिकताएं क्या हैं?
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4. वैश्विक पर्यावरणीय न्याय के संदर्भ में विकासशील और विकसित देशों के बीच का मतभेद क्या है?
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Additional Practice Questions
विकासशील देशों को पर्यावरणीय समस्याओं का सामना कैसे करना चाहिए?
mediumAnswer: विकासशील देशों को पर्यावरणीय समस्याओं का सामना करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता है। उन्हें स्वच्छ ऊर्जा तकनीकों को अपनाना चाहिए और सांस्थानिक सुधार करके संसाधनों के उचित उपयोग को सुनिश्चित करना चाहिए।
जलवायु परिवर्तन के प्रमुख कारण क्या हैं?
mediumAnswer: जलवायु परिवर्तन के प्रमुख कारणों में ग्रीनहाउस गैसों की बढ़ती मात्रा, वनों की कटाई, और औद्योगिक क्रियाकलाप शामिल हैं।
भारत में पर्यावरण संरक्षण के कानूनी उपाय क्या हैं?
hardAnswer: भारत में पर्यावरण संरक्षण के लिए कई कानूनी उपाय हैं, जैसे वायु प्रदूषण निवारण अधिनियम, जल संरक्षण कानून, और वन संरक्षण कानून आदि।
सतत विकास की अवधारणा को स्पष्ट करें।
easyAnswer: सतत विकास का उद्देश्य वर्तमान पीढ़ी की आवश्यकताओं को पूरा करना है, बिना भविष्य की पीढ़ियों की जरूरतों को प्रभावित किए।
पर्यावरणीय असमानता को कैसे दूर किया जा सकता है?
hardAnswer: पर्यावरणीय असमानता दूर करने के लिए वैश्विक नीति समन्वय, संसाधनों की समान साझेदारी, और हानिकारक प्रभावों को कम करना आवश्यक है।