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Chapter Analysis
Beginner5 pages • HindiQuick Summary
कहानी 'सबसे बड़ा छाता' में, बारिश के दौरान बच्चों को एक बड़े छाते के नीचे इकट्ठा होते हुए दिखाया गया है। हर बार छाता छोटा पड़ जाता है, इसलिए हर बार दयाल चाचू एक और बड़ा छाता लाते हैं। अंततः, सभी बच्चे छाते के नीचे सुखी और गरम हो जाते हैं। कहानी मुख्य रूप से बच्चों की ऊर्जावानता और सहयोग की भावना को दर्शाती है।
Key Topics
- •छाता
- •बारिश
- •बच्चों का सहयोग
- •दयाल चाचू
- •समस्याओं का समाधान
- •मित्रता
- •सहयोग की भावना
Learning Objectives
- ✓सहयोग का महत्व समझना
- ✓बदलती परिस्थितियों में अनुकूलन
- ✓समस्याओं का रचनात्मक समाधान
- ✓मित्रता और सहयोग की भावना का विकास
Questions in Chapter
हर बार छाता कयों छोटा पडता था?
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हर बार बडा छाता कौन लाते थे?
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इस कहानी में आए सभी बच्चों के नाम लिखिए।
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बारिश में क्या-क्या गीला हो गया?
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Additional Practice Questions
बारिश में छाते के नीचे कौन-कौन था?
easyAnswer: छाते के नीचे पहले मैं और सलीम थे, फिर अन्य बच्चों को बुलाने पर वे भी शामिल हुए।
दयाल चाचू ने हर बार बड़ा छाता क्यों लाया?
mediumAnswer: दयाल चाचू ने हर बार बड़ा छाता इसलिए लाया क्योंकि मौजूद छाता सभी बच्चों को नहीं संभाल पाता था।
छाता बड़ों के साथ छोटे बच्चों को भी किस प्रकार सबक सिखाता है?
mediumAnswer: छाता हमें यह सबक सिखाता है कि हम चाहे कितनी भी योजनाएं बनाएं, सबको समेटने के लिए हमें विस्तार का सोचना होता है।
इस कहानी से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
hardAnswer: इस कहानी से हमें सहयोग, समस्याओं को हल करने की तत्परता, और योजनाओं में लचीलापन लाने की शिक्षा मिलती है।
बड़ों की अनुपस्थिति में बच्चों ने कैसे समस्याओं का सामना किया?
mediumAnswer: बड़ों की अनुपस्थिति में बच्चों ने मिलजुल कर एक बड़े छाते का प्रबंध किया ताकि वे बारिश से बच सके।