Loading PDF...
Chapter Analysis
Beginner10 pages • HindiQuick Summary
यह अध्याय पेड़-पौधों और पशु-पक्षियों के सहअस्तित्व पर केंद्रित है। इसमें दर्शाया गया है कि कैसे विभिन्न पशु और पक्षी पेड़ों के विभिन्न भागों का उपयोग अपने भोजन, आवास और आराम के लिए करते हैं। साथ ही, अध्याय में यह भी बताया गया है कि वर्षा ऋतु के दौरान पेड़-पौधे और जीव-जन्तु अधिक सक्रिय होते हैं और पर्यावरण की विविधता को बढ़ाते हैं। इसे देखकर विद्यार्थी समझ सकते हैं कि प्रकृति के अनमोल संसाधनों को कैसे संजोया जा सकता है।
Key Topics
- •पशु-पक्षियों का पेड़-पौधों पर निर्भरता
- •वर्षा ऋतु का प्रभाव
- •मिट्टी की संरचना
- •पक्षियों की आवाजें
- •प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण
Learning Objectives
- ✓पशु-पक्षियों की विभिन्न आवश्यकताओं को समझना
- ✓पर्यावरणीय संतुलन की महत्ता जानना
- ✓विभिन्न मौसमों का पेड़-पौधों और जीव-जंतुओं पर प्रभाव देखना
- ✓प्रकृति के संसाधनों के संरक्षण की आवश्यकता को समझना
Questions in Chapter
आपको इनमें से कौन-कौन से जीव पहले से ज्ञात हैं?
Answer: आपने इनमें से मक हें पहले देखा है?
Page 68
पक्षियों की आवाजें किस समय पर अधिक सुनाई देती हैं?
Page 69
क्या कारण हो सकता है कि आपको कोई पक्षी आवाज सुनाई नहीं दे रही है?
Page 69
Additional Practice Questions
वर्षा ऋतु में पर्यावरण में कौन-कौन से परिवर्तन होते हैं?
mediumAnswer: वर्षा ऋतु के दौरान पेड़-पौधों की वृद्धि होती है और कई कीट और जीव-जंतु सक्रिय हो जाते हैं, जो एक नया पारिस्थितिकी तंत्र बनाते हैं।
पेड़-पौधों के किस भाग का उपयोग करके पंछी अपने घोंसले बनाते हैं?
easyAnswer: पंछी सामान्यतः पेड़ों की शाखाओं और पतियों का उपयोग करते हैं अपने घोंसले बनाने के लिए।
मिट्टी की विशेषताएं क्या हैं और यह कैसे विभिन्न प्राणियों को प्रभावित करती हैं?
hardAnswer: मिट्टी अलग-अलग रंग, बनावट और गंध की हो सकती है, जो उसमें रहने वाले सूक्ष्म जीवों और कीटों को प्रभावित करती है।
कैसे पक्षी और पशु पौधों पर निर्भर होते हैं?
mediumAnswer: पक्षी और पशु अपने भोजन और आवास के लिए पौधों पर निर्भर करते हैं, जैसे कि फूलों का रस, पत्तियों का सेवन आदि।
विभिन्न मौसमों में पशुपक्षियों के व्यवहार में क्या परिवर्तन आते हैं?
easyAnswer: विभिन्न मौसमों में इनके व्यवहार में बदलाव आता है, जैसे कि शीतकाल में कम गतिविधि और वर्षा में अधिक।