Chapter 7: डाकिए की कहानी, कुँवरसिंह की जुबानी

Hindi • Class 5

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Chapter Analysis

Beginner8 pages • Hindi

Quick Summary

यह अध्याय एक डाकिए की कहानी बयान करता है जो कुँवर सिंह की जुबानी है। इसमें बताया गया है कि ग्रामीण डाक सेवा का क्या महत्व है और एक डाकिए का जीवन कैसा होता है। डाकिए की दैनिक जीवन की चुनौतियाँ और उनकी व्यावसायिक निष्ठा का भी उल्लेख है। कहानी में डाक सेवा के बदलते परिदृश्यों को भी छुआ गया है।

Key Topics

  • डाक सेवा का महत्व
  • ग्रामीण जीवन में डाक सेवा
  • डाकिए का दैनिक जीवन
  • डाक सेवा के बदलते रूप
  • डाक सेवक की व्यावसायिक निष्ठा
  • डाक सेवा के प्रकार

Learning Objectives

  • विद्यार्थियों को डाकिये के कार्य के प्रति संवेदनशील बनाना
  • ग्रामीण डाक सेवाओं के महत्व को समझाना
  • डाक सेवा के विभिन्न प्रकारों के बारे में जानकारी देना
  • डाक सेवा के बदलते परिदृश्य को पहचानना
  • डाकिया और ग्रामीण समाज के बीच संबंध का अध्ययन करना

Questions in Chapter

क्या आप शुरू से ही इस डाकघर में काम कर रहे हैं?

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आपका शुभ नाम?

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क्या आपकी नौकरी में आनन्द आता है?

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Additional Practice Questions

डाकिए के रोजमर्रा के काम क्या-क्या होते हैं?

medium

Answer: डाकिए को पत्रिका, पंजीकृत पत्र, पार्सल, बिल आदि वितरित करने होते हैं और ग्रामवासियों की सेवा करनी होती है।

डाक सेवा के क्या-क्या प्रकार हैं?

easy

Answer: डाक सेवा के प्रकारों में नियमित डाक, त्वरित डाक सेवा, स्पीड पोस्ट आदि शामिल हैं।

गाँव के लोग डाकिए का कितना सम्मान करते हैं और क्यों?

medium

Answer: गाँव के लोग डाकिए का बहुत सम्मान करते हैं क्योंकि वह उन्हें बाहरी दुनिया से जोड़े रखते हैं।

आपका अनुभव कैसे रहा जब आपने पहली बार किसी की नौकरी के पत्र को पहुँचाया?

medium

Answer: पहली बार नौकरी का पत्र पहुँचाने पर डाकिए को खुशी का अनुभव होता है क्योंकि यह किसी के जीवन को बदलता है।

क्यों कहा जाता है कि गाँव में सूचना का सबसे बड़ा स्रोत आज भी डाक है?

hard

Answer: गाँव में दूरसंचार के अन्य साधनों की कमी के कारण सूचना का सबसे बड़ा स्रोत डाक ही होता है।