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Chapter Analysis
Beginner7 pages • HindiQuick Summary
यह अध्याय एक कविता है जो पहली बारिश की बूंद के धरती पर गिरने के अनुभव को व्यक्त करती है। यह धरती पर नवजीवन की शुरुआत का प्रतीक है और जलधर, वसुंधरा जैसे उपमाओं का प्रयोग करके प्रकृति की सुंदरता को दर्शाती है। यह कविता वातावरण और प्राकृतिक परिवर्तनों की सुन्दरता को दर्शाने के साथ-साथ जीवन के नवीनीकरण को भी प्रतिबिंबित करती है।
Key Topics
- •पहली बूँद
- •नवजीवन
- •प्राकृतिक परिवर्तनों
- •प्रकृति का सौंदर्य
- •वसुंधरा
- •जलधर
- •जलचक्र
Learning Objectives
- ✓प्रकृति के विभिन्न पहलुओं को समझना
- ✓प्रकृति की सुंदरता का आभास करना
- ✓प्रकृति और जीवन में बदलावों पर विचार करना
- ✓प्राकृतिक परिवर्तनों के प्रतीकों को पहचानना
Questions in Chapter
बारिश की पहली बूँद से धरती का हरियाली कैसे प्रकट होता है?
Page 28
कविता में आकाश और बादलों को किनके समान बताया गया है?
Page 29
Additional Practice Questions
कविता में 'जलधर' का प्रतीकात्मक अर्थ क्या है?
mediumAnswer: जलधर का प्रतीकात्मक अर्थ पानी को धारण करने वाला होता है। यहाँ यह समुद्र और बादलों के संदर्भ में प्रयुक्त होता है।
बारिश की पहली बूंद किस तरह से जीवन को पुनर्जीवित करती है?
mediumAnswer: पहली बूंद से सूखी धरती को गीला करती है, जिससे अंकुर फूट पड़ते हैं और नवजीवन की शुरुआत होती है।
कविता में प्रयोग की गई उपमाएं कौन-कौन सी हैं?
easyAnswer: कविता में नीले नयनों-सा अंबर और काली पुतली-से जलधर जैसी उपमाएं प्रयुक्त की गई हैं।
कविता में वसुंधरा को किस प्रकार से वर्णित किया गया है?
easyAnswer: वसुंधरा को रोमांचक और मुस्कराहट भरी बताया गया है जब पहली बूँद धरती पर गिरती है।
बारिश किस तरह से प्राकृतिक सौंदर्य में योगदान करती है?
mediumAnswer: बारिश धरती को हरा-भरा करती है और इंद्रधनुष जैसी सुंदरता को भी प्रस्तुत करती है।