Chapter 9: यो जानाति सः पण्डितः

Sanskrit • Class 6

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Chapter Analysis

Beginner8 pages • Hindi

Quick Summary

इस पाठ में 'अतिथिदेवो भव' के महत्त्व को बताया गया है। कहानी में रात्री अपनी बिल्लियों के साथ रहती है और बताती है कि अतिथियों का स्वागत कैसे करना चाहिए। वह अपने चार बिल्ली के बच्चों को समझाती है कि अतिथियों का मान-सम्मान कैसे करना चाहिए। यह पाठ हमें सिखाता है कि हमारी संस्कृति में अतिथियों को देवता समान माना जाता है।

Key Topics

  • अतिथिको मान-सम्मान
  • भारतीय संस्कृति में अतिथिकी भूमिका
  • बिल्ली और रात्रिः
  • अतिथि सत्कार
  • सदाचार का महत्व

Learning Objectives

  • अतिथिदेवो भव के अर्थ को समझना
  • संस्कृति में अतिथि का महत्व जानना
  • सदाचार और संस्कार की महत्ता जानना
  • समाज में अतिथि सत्कार का महत्व समझना

Questions in Chapter

रात्रिः कुत्र गच्छति?

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गृहे किं अस्ति?

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Additional Practice Questions

अतिथिसम्पूजनं किमर्थं आवश्यकं?

easy

Answer: हमारी संस्कृति में अतिथियों का स्वागत आवश्यक है क्योंकि यह हमारे संस्कारों और भारतीय संस्कृति का हिस्सा है।

रात्रिः बिल्लियों को क्या सिखाती है?

medium

Answer: रात्रिः बिल्लियों को 'अतिथिदेवो भव' का महत्व समझाती है और उनकी किस प्रकार सेवा करनी चाहिए यह सिखाती है।