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Chapter Analysis
Beginner20 pages • HindiQuick Summary
इस अध्याय में ब्रह्मांड के विभिन्न खगोलीय पिंडों जैसे कि तारे, ग्रह, उपग्रह, और धूमकेतु के बारे में जानकारी दी गई है। यह अध्याय तारों के समूहन और विविध खगोलीय पैटर्न को समझने में मदद करता है। इसके अलावा, खगोलीय पिंडों की पहचान और उनका नामकरण भी सिखाया गया है।
Key Topics
- •ब्रह्मांड
- •सौर प्रणाली
- •तारों का समूह
- •तारा-मंडल
- •धूमकेतु
- •चंद्रमा
- •आकाशगंगा
- •खगोलीय अवलोकन
Learning Objectives
- ✓ब्रह्मांड के पदार्थों की पहचान करना
- ✓सौर मंडल के ग्रहों के बारे में जानकारी प्राप्त करना
- ✓तारों के समूह को पहचानना
- ✓धूमकेतु की विशेषताओं को समझना
- ✓चंद्रमा के महत्व को जानना
- ✓अंतरिक्ष की गहराइयों का अन्वेषण करना
Questions in Chapter
सप्तर्षि मंडल को कैसे पहचाना जाता है?
Answer: सप्तर्षि मंडल को ग्रीष्म ऋतु की रात के लगभग 9 बजे आकाश में देखने से पहचाना जा सकता है।
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सौर परिवार किस चित्र में दर्शाया गया है और इसमें ग्रहों का क्रम सही है या नहीं?
Answer: चित्र 12.12 में सौर-परिवार दर्शाया गया है, और इसमें ग्रहों का क्रम ठीक नहीं है।
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Additional Practice Questions
सौर प्रणाली के किन्हीं तीन ग्रहों के नाम और उनके विशेषताओं के बारे में वर्णन करें।
mediumAnswer: बुध: सूर्य के सबसे निकट और छोटा ग्रह। शुक्र: प्रायः सुबह और शाम को चमकने वाला ग्रह। पृथ्वी: जीवन का एकमात्र ज्ञात ग्रह।
नक्षत्र और तारा-मंडल में क्या अंतर है?
hardAnswer: नक्षत्र छोटे तारों के संगठित समूह होते हैं जो विशिष्ट पैटर्न बनाते हैं, जबकि तारा-मंडल बड़े तारों के समूह हैं जो आकाश में अलग-अलग आकार बनाते हैं।
चंद्रमा और पृथ्वी के बीच कितनी दूरी होती है?
easyAnswer: चंद्रमा और पृथ्वी के बीच की दूरी लगभग 384,400 किलोमीटर होती है।
धूमकेतु किस प्रकार से सूर्य के चारों ओर गति करते हैं?
mediumAnswer: धूमकेतु सूर्य के चारों ओर अंडाकार कक्ष में परिपथ करते हैं और सूर्य के निकट आने पर उनकी पूंछ विकसित होती है।
विज्ञान में आकाशगंगाओं के अध्ययन का महत्व क्या है?
hardAnswer: आकाशगंगाओं के अध्ययन से ब्रह्मांड की उत्पत्ति और उसकी संरचना को समझने में मदद मिलती है।