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Chapter Analysis
Intermediate15 pages • HindiQuick Summary
यह अध्याय राजा और उनके राज्य की विषय-वस्तु पर आधारित है, जिसमें नए राजवंशों का उभरता हुआ दस्तावेज़ और उनके शासन के तरीक़े शामिल हैं। इसमें प्रमुख राजाओं की उपलब्धियों और उनके समकालीन साम्राज्यों के संघर्ष को दर्शाया गया है। अध्याय में 'नाडु' जैसे प्रशासनिक सुधार, कर व्यवस्था, जल प्रबंधन और मंदिर निर्माण की चर्चा की गई है। चोल राजाओं और उनके भव्य अभियानों का और अन्य राज्यों के साथ उनके संबंधों का भी वर्णन है।
Key Topics
- •महमूद गज़नवी के आक्रमण
- •चोल प्रशासनिक सुधार
- •नाडु की संरचना
- •कर व जल प्रबंधन
- •मंदिर निर्माण
- •राजवंशों का संघर्ष
- •भू-सुधार और कृषि
- •धार्मिक कार्य
Learning Objectives
- ✓समझना कि नए राजवंश कैसे उभरते हैं और शासन कैसे चलाते हैं।
- ✓अध्ययन करना कि विभिन्न शासकों ने शासन में किस तरह की रणनीतियां अपनाईं।
- ✓चोल साम्राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था की विशेषताओं को जानना।
- ✓अधिकांश राजाओं की संघर्षशील प्रवृत्ति और उनके विस्तार के तरीकों की पहचान करना।
- ✓समझना कि कैसे ऐतिहासिक परिस्थितियाँ शासन पद्धतियों को प्रभावित करती हैं।
- ✓साक्ष्यों के आधार पर विभिन्न राजवंशों के सामाजिक और आर्थिक प्रभावों का विश्लेषण करना।
Questions in Chapter
महमूद गज़नवी ने लगभग कितनी बार भारत पर आक्रमण किया?
Answer: 17 बार (1000–1025 ई.)
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चोल शासक राजराज प्रथम ने क्या-क्या साहसपूर्ण कार्य किए?
Answer: साम्राज्य के प्रशासन का पुनर्गठन किया और जलसेना तैयार की।
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तैंतीसमण और भित्तिकला किसके लिए प्रसिद्ध हैं?
Answer: राजराज और राजेंद्र प्रथम द्वारा बनवाए गए तंजावूर और गंगैकोंडिछोलपुर के मन्दिरों के लिए।
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Additional Practice Questions
चोल साम्राज्य के प्रशासन की विशेषताएँ बताइए।
mediumAnswer: चोल साम्राज्य में प्रशासन का संगठन गाँव स्तर तक विस्तारित था, जो 'नाडु' कहलाते थे। नाडु न्याय करने और कर वसूलने जैसे कार्यों में सक्रिय रहते थे और किसानों का इन पर नियंत्रण होता था।
महमूद गज़नवी और चाहमानों के बीच संघर्ष का क्या परिणाम था?
easyAnswer: महमूद गज़नवी के हमलों ने भारत के पश्चिमी क्षेत्र में लूट-पाट और धार्मिक स्थलों के विनाश का मार्ग खोला, जबकि चाहमान शासक पृथ्वीराज चौहान ने प्रारंभिक विजयों के बाद उसे अंतिम रूप से रोक नहीं पाए।
चोल साम्राज्य की जल प्रबंधन प्रणाली का विस्तार से वर्णन कीजिए।
hardAnswer: चोल साम्राज्य में जल प्रबंधन की उन्नत प्रणाली थी, जिसमें कुएँ खनन, सरोवरों का निर्माण और नहरों का प्रयोग किया जाता था। इन सबके द्वारा कृषि में सुधार हुआ और किसानों की समृद्धि बढ़ी।
गुप्त साम्राज्य की तुलना में राष्ट्रकूटों की उपलब्धियाँ कैसी थीं?
mediumAnswer: राष्ट्रकूट राजाओं ने विस्तारवादी नीतियाँ अपनाईं, कई उत्तरी और दक्षिणी भारतीय राज्यों पर विजय प्राप्त की और साहित्य व मंदिर निर्माण में समृद्धि लाई।
चोल शासकों की धार्मिक और सांस्कृतिक उपलब्धियाँ क्या थीं?
easyAnswer: चोल शासकों ने भव्य मंदिरों का निर्माण करवाया और तमिल साहित्य को संरक्षित किया। उनके समय में धर्म और कला का उत्कर्ष हुआ।