Chapter 8: अठारहवीं शताब्दी में नए राजनीतिक गठन

History - Hindi • Class 7

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Chapter Analysis

Intermediate11 pages • Hindi

Quick Summary

अठारहवीं शताब्दी में भारत में राजनीतिक परिदृश्य में बड़े बदलाव हुए। इस समय नए राज्यों का गठन हुआ, जो मुगल साम्राज्य के खिलाफ उभरे। इस अध्याय में मराठों, जाटों, सिखों और अन्य प्रमुख राजवंशों की उन्नति के बारे में बताया गया है। इसमें राजनीतिक अस्थिरता और विदेशी आक्रमणों जैसे नादिरशाह की लूट के प्रभावों पर भी चर्चा की गई है।

Key Topics

  • मुगल साम्राज्य का पतन
  • मराठाओं का उदय
  • सिखों का संगठन
  • जाटों की शक्ति
  • राजपूत संघ
  • नादिरशाह और अहमदशाह के हमले
  • पॉलीटिकल डिके
  • अठारहवीं शताब्दी का सामाजिक प्रभाव

Learning Objectives

  • अठारहवीं शताब्दी के राजनीतिक परिवर्तन को समझना।
  • मराठा प्रशासनिक प्रणाली का विश्लेषण करना।
  • नादिरशाह और अहमदशाह के आक्रमणों के प्रभाव को जानना।
  • सिखों के संगठन और सेनापति का महत्व समझना।
  • उपमहाद्वीप की राजनीतिक अस्थिरता का कारण समझना।
  • राजपूत संघ के अनुभव से सीखना।

Questions in Chapter

बताएँ सही या गलत: (क) नादिरशाह ने बंगाल पर आक्रमण किया। (ख) सरदार नादिरशाह जयपुर का शासक था। (ग) गुरु गोबिंद सिंह दसवें गुरु थे। (घ) पुणे अठारहवीं शताब्दी में मराठों की राजधानी बना।

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अठारहवीं शताब्दी में सिखों को किस प्रकार संगठित किया गया?

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मराठा शासक किसके पार विस्तार करना चाहते थे?

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क्या आपके दरबार से आज महाजन और बैंकर उसी तरह का प्रभार रखते हैं, जैसा कि वे अठारहवीं शताब्दी में रखा करते थे?

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क्या अध्याय में उल्लेखित कोई भी राज्य आपके अपने प्रदेश में दिखाई दिए थे? यदि हाँ, तो आपके दरबार से अठारहवीं शताब्दी का निदर्शन आगे उन्नाईसवीं शताब्दी के निदर्शन से किस रूप में भिन्न था?

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राजपूतों, जाटों, सिखों अथवा मराठों में से किसी एक समूह के शासकों के बारे में कुछ और कहानियों का पता लगाए।

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Additional Practice Questions

मराठाओं के विस्तार की प्रक्रिया कैसी थी?

medium

Answer: मराठाओं ने धीरे-धीरे और रणनीति पूर्वक मुगल साम्राज्य के हिस्सों पर नियंत्रण हासिल किया। उनका सैन्य संगठन बहुत मजबूत था, जिसने उन्हें क्षेत्रीय विस्तार में मदद की।

अमृतसर में सिख व्यवस्था की विशेषताएँ बताइए।

hard

Answer: सिखों ने अमृतसर में सामूहिक निर्णय लेने की प्रक्रिया विकसित की जिसे गुरुमत्ता कहा जाता था। यह एक संगठित सामुदायिक संरचना थी।

ईरानी और तुरानी समूहों के सहयोग का प्रभाव क्या था?

medium

Answer: ईरानी और तुरानी समूहों के सहयोग ने मुगल साम्राज्य को कमजोर कर दिया। इनकी पारस्परिक प्रतिद्वंद्विता के चलते राजनीतिक अस्थिरता उत्पन्न हुई।

नादिरशाह और अहमदशाह अब्दाली के हमलों का मुख्य कारण क्या था?

medium

Answer: इन आक्रमणों का मुख्य कारण भारतीय उपमहाद्वीप की धन-संपदा थी, जो दोनों आक्रमणकारियों को आकर्षित करती थी।

मराठा प्रशासनिक पद्धति की व्याख्या कीजिए।

easy

Answer: मराठाओं ने विजय प्राप्त क्षेत्रों में व्यापार को प्रोत्साहित किया और किसानी को समर्थन देकर स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार भू-राजस्व की माँग की।