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Chapter Analysis
Intermediate36 pages • HindiQuick Summary
यह अध्याय राज्य स्तर पर शासन प्रणाली की कार्यशीलता को दर्शाता है। इसमें विधायिका के सदस्यों और मंत्रियों की भूमिकाओं को समझाया गया है। नागरिक किस प्रकार अपनी समस्याओं और मांगों को सरकार के समक्ष प्रस्तुत करते हैं, यह भी वर्णित है। उदाहरण के रूप में स्वास्थ्य क्षेत्र में सरकार के निर्णयों और कार्यों पर चर्चा की गई है।
Key Topics
- •राज्य शासन प्रणाली
- •विधायक की भूमिका
- •मुख्यमंत्री और मंत्री का चयन
- •विधानसभा की कार्यवाही
- •जनता की सहभागिता
- •सरकार की जवाबदेही
Learning Objectives
- ✓राज्य शासन प्रणाली का परिचय प्राप्त करना
- ✓विधानमंडल की संरचना और उसकी कार्यप्रणाली को समझना
- ✓विधायक और मंत्री की भूमिकाओं का विश्लेषण
- ✓विधायिका की कार्यवाही की प्रक्रिया का अध्ययन
- ✓सरकार और जनता के बीच संवाद के माध्यमों को पहचानना
Questions in Chapter
विधायक कौन होता है और उसकी चयन प्रक्रिया क्या है?
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कुछ विधायक मंत्री कैसे बनते हैं? स्पष्ट कीजिए।
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मुख्यमंत्री या अन्य मंत्रियों द्वारा लिए गए निर्णयों पर विधानसभा में बहस क्यों होनी चाहिए?
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पाटापटुरम में क्या समस्या थी? विभिन्न मुद्दों के लिए क्या कार्रवाई की गई?
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Additional Practice Questions
राज्य शासन के स्तर पर सत्तारूढ़ दल और विपक्ष की भूमिका क्या होती है?
mediumAnswer: सत्तारूढ़ दल सरकार बनाता है और शासन चलाता है, जबकि विपक्ष सरकार की नीतियों पर निगरानी रखता है और आलोचना करता है।
विधायक कैसे जनता का प्रतिनिधित्व करता है?
easyAnswer: विधायक जनता की समस्याओं और मांगों को विधानसभा में प्रस्तुत करता है और उनके समाधान के लिए प्रयास करता है।
विधानसभा में उठाए गए प्रश्नों का सरकार पर क्या प्रभाव पड़ता है?
mediumAnswer: विधानसभा में प्रश्न सरकार को कार्यों की समीक्षा और उनमें सुधार हेतु प्रेरित करते हैं। यह जनता के प्रति जवाबदेही को सुनिश्चित करता है।
सरकार के कामकाज में पारदर्शिता कैसे सुनिश्चित की जा सकती है?
hardAnswer: सरकार की पारदर्शिता प्रक्रियाओं को जनता तक पहुँचाकर, जन प्रतिनिधियों द्वारा समीक्षा के माध्यम से सुनिश्चित की जा सकती है।
मंत्री बनने की प्रक्रिया क्या है और इसके लिए किन विशेषताओं की आवश्यकता है?
mediumAnswer: मंत्री बनने के लिए विधायक को उस दल का समर्थन चाहिए जो बहुमत में हो। इसके लिए नेतृत्व क्षमता, अनुभव और जनता की सेवा की प्रतिज्ञा आवश्यक है।