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Chapter Analysis
Intermediate15 pages • HindiQuick Summary
यह अध्याय पादपों में पोषण के सिद्धांतों को समझाता है। इसमें बताया गया है कि पौधे प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया के माध्यम से सूर्य के प्रकाश, जल और कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग खाद्य उत्पादन के लिए करते हैं। अध्याय में पौधों के विविध प्रकार के पोषण विधियों का वर्णन किया गया है जैसे कि शाकाहारी, परजीवी और सहजीवी संबंध।
Key Topics
- •पादप पोषण
- •प्रकाश संश्लेषण
- •पारिस्थितिकी तंत्र में पौधों की भूमिका
- •पौधों का पोषण चक्र
- •खनिज पोषण
- •सहजीवी संबंध
- •पौधों के पोषण के विभिन्न प्रकार
Learning Objectives
- ✓पौधों में पोषण के प्रकार समझना।
- ✓प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया का विवरण देना।
- ✓प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र में पौधों की भूमिका विश्लेषित करना।
- ✓पोषक तत्वों की कमी के कारणों और प्रभावों की जांच करना।
Questions in Chapter
थोक और सूक्ष्म पोषक तत्वों के बीच क्या अंतर है?
Page 1
प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया का वर्णन कीजिए।
Page 2
पौधों में पोषण के प्रकार कौन-कौन से होते हैं?
Page 3
Additional Practice Questions
पादप में सहजीवी पोषण का क्या महत्व है?
mediumAnswer: सहजीवी पोषण में पौधे और माइकोराइजा फंगस एक-दूसरे के साथ परस्पर लाभकारी संबंध स्थापित करते हैं। पौधे फंगस को कार्बनिक यौगिक उपलब्ध कराते हैं जबकि फंगस पौधों को खनिज और जल की अच्छी मात्रा प्रदान करता है।
पौधों द्वारा जल और खनिजों का भूमि से अवशोषण कैसे होता है?
hardAnswer: पौधों की जड़ें मिट्टी से जल और खनिजों को अवशोषित करती हैं। जड़ के बाल भूमि के भीतर फैले होते हैं जो मिट्टी के कणों के बीच से जल और खनिजों को लेकर पौधे के विभिन्न भागों तक पहुँचाते हैं।
पर्णहरित का पौधों में क्या कार्य है?
easyAnswer: पर्णहरित पौधों में हरा रंग प्रदत्त करने वाला पिगमेंट है जो सूरज की रोशनी को अवशोषित करता है और इसे रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करता है जिससे कार्बन डाइऑक्साइड और जल के साथ मिलकर ग्लूकोज और ऑक्सीजन का उत्पादन होता है।
पोषक तत्वों की कमी का पौधों पर क्या प्रभाव पड़ता है?
mediumAnswer: पोषक तत्वों की कमी से पत्तियों का पीला पड़ना, वृद्धि धीमी होना और उत्पादन में कमी जैसी समस्याएँ होती हैं। यह पौधों के संपूर्ण स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।