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Chapter Analysis
Intermediate19 pages • HindiQuick Summary
इस अध्याय में भारतीय समाज में उभरती नई समस्याओं और सामाजिक ढांचे में हो रहे परिवर्तनों पर चर्चा की गई है। विशेषकर विभिन्न जातियों, धर्मों और भाषाओं के बीच समन्वय और टकराव का वर्णन किया गया है। इसमें आर्थिक चुनौतियों और शहरीकरण के प्रभावों को भी समझाया गया है।
Key Topics
- •सांस्कृतिक विविधता
- •परिवर्तनशील सामाजिक संरचना
- •आर्थिक विकास के रास्ते
- •धार्मिक सहिष्णुता
- •शहरीकरण के प्रभाव
- •शिक्षा का महत्व
- •वैश्वीकरण के परिणाम
- •जातीय समरसता
Learning Objectives
- ✓भारतीय समाज की विविधता की समझ विकसित करना
- ✓आर्थिक और सामाजिक समस्याओं का विश्लेषण करना
- ✓धार्मिक और सांस्कृतिक सहिष्णुता की आवश्यकता समझना
- ✓शहरीकरण के लाभ और हानियों का आकलन करना
- ✓आधुनिक भारत में वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाना
Questions in Chapter
भारत में मिश्रित समाज के कौन-कौन से पहलू महत्वपूर्ण हैं?
Answer: मिश्रित समाज में धार्मिक सहिष्णुता, जातीय एकता और भाषाई विविधता मुख्य पहलू हैं।
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आर्थिक समस्याओं का समाधान कैसे संभव है?
Answer: आर्थिक समस्याओं का समाधान विभिन्न क्षेत्रों में निवेश और शिक्षा के माध्यम से किया जा सकता है।
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Additional Practice Questions
भारत में सामाजिक बदलाव के प्रमुख कारण क्या हैं?
mediumAnswer: औद्योगिकीकरण, शिक्षा का प्रचार, और वैश्वीकरण भारत में सामाजिक बदलाव के प्रमुख कारण हैं।
विभिन्न धार्मिक उत्सव भारतीय समाज में कैसे योगदान करते हैं?
easyAnswer: विभिन्न धार्मिक उत्सव भारतीय समाज में सहिष्णुता और एकता को बढ़ावा देते हैं। यह लोगों को एक-दूसरे की परंपराओं को समझने का अवसर प्रदान करता है।
शहरीकरण के कारण होने वाली समस्याओं का समाधान कैसे किया जा सकता है?
hardAnswer: स्मार्ट सिटी योजनाओं के तहत बेहतर अधोसंरचना और पर्यावरण निर्माण करके शहरीकरण की समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।
सामाजिक समरसता को बनाए रखने के लिए सरकार द्वारा क्या कदम उठाए जा सकते हैं?
mediumAnswer: सरकार विभिन्न योजनाएं लागू कर सकती है, जैसे कि शिक्षा का प्रसार, धार्मिक सहिष्णुता के कार्यक्रम और रोजगार सृजन।
प्राचीन भारतीय समाज और आधुनिक समाज के बीच सबसे बड़ा अंतर क्या है?
mediumAnswer: प्राचीन समाज में परंपराओं का अधिक बोलबाला था, जबकि आधुनिक समाज में विज्ञान और तकनीक का अधिक प्रभाव है।