Chapter 7: अंतिम दौर – दो

Hindi - Bharat Ki Khoj • Class 8

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Chapter Analysis

Intermediate12 pages • Hindi

Quick Summary

व्यक्तिगत और सामाजिक मुद्दों पर गांधी के विचार स्पष्ट रूप से सामने आते हैं। यह अध्याय स्वतंत्रता संग्राम के अंतिम दौर पर केंद्रित है, जिसमें गांधी के नेतृत्व में संघर्ष को दर्शाया गया है। यहाँ उनके द्वारा अपनाई गई रणनीतियाँ और उनके प्रभाव का गहरा विश्लेषण किया गया है। स्वयं के आचरण और जनआंदोलनों के माध्यम से लोगों को जागरूक करने की गांधी की कोशिशों को समझाया गया है।

Key Topics

  • गांधीजी के विचार
  • अहिंसा का सिद्धांत
  • स्वतंत्रता संग्राम
  • सामाजिक परिवर्तन
  • राजनीतिक रणनीतियाँ
  • सत्य और प्रेम का महत्व
  • भारतीय समाज में चेतना
  • ब्रिटिश साम्राज्यवाद का विरोध

Learning Objectives

  • अहिंसा और सत्य के महत्व को समझना
  • गांधी के विचारों का प्रभाव विश्लेषित करना
  • स्वतंत्रता संग्राम में गांधीजी की भूमिका को पहचानना
  • सामाजिक और नैतिक मूल्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाना
  • भारतीय राजनीति पर गांधीजी का प्रभाव समझना
  • आधुनिक युग में गांधीवादी विचारों की प्रासंगिकता का मूल्यांकन करना

Questions in Chapter

गांधी जी ने स्वतंत्रता संग्राम में अहिंसा के सिद्धांतों का प्रयोग कैसे किया?

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गांधी के नेतृत्व में भारतीय समाज में आए परिवर्तन क्या थे?

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Additional Practice Questions

गांधी के विचारों का आधुनिक समाज पर क्या प्रभाव है?

medium

Answer: गांधी के विचारों ने आधुनिक समाज में नैतिकता और सामाजिक न्याय का महत्व बढ़ाया है। उनके अहिंसा और सत्य के सिद्धांत आज भी राजनीतिक और सामाजिक आन्दोलनों का प्रेरणास्रोत हैं।

गांधीजी के नेतृत्व में कौन-से प्रमुख आन्दोलन हुए और उनका क्या प्रभाव था?

medium

Answer: गांधीजी के नेतृत्व में असहयोग आंदोलन, दांडी यात्रा और भारत छोड़ो आंदोलन आयोजित हुए, जिनका स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान था। इन आंदोलनों ने लोगों में आजादी की भावना को और भी प्रगाढ़ किया।

अहिंसा की गांधीवादी परिभाषा क्या है?

easy

Answer: गांधी की अहिंसा केवल हिंसा का अभाव नहीं बल्कि प्रेम और सत्य का सक्रिय अभ्यास है, जिसमें हर प्रकार के द्वेष का नाश किया जाता है।

गांधीजी का आर्थिक दृष्टिकोण क्या था?

medium

Answer: गांधीजी का आर्थिक दृष्टिकोण स्वदेशी और आत्मनिर्भरता पर आधारित था, जहां वे छोटे उद्योगों के प्रचार और विकास की वकालत करते थे।

स्वतंत्रता संग्राम में गांधीजी की भूमिका का मूल्यांकन कीजिए।

hard

Answer: गांधीजी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में जनमानस को सक्रिय किया और अहिंसक आंदोलन के माध्यम से ब्रिटिश शासन के खिलाफ जनमत तैयार किया। उनका योगदान इस क्षेत्र में अतुलनीय है।