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Chapter Analysis
Intermediate25 pages • HindiQuick Summary
अठारहवीं शताब्दी के दौरान ईस्ट इंडिया कंपनी ने व्यापारिक गतिविधियों के जरिए भारत में अपनी शक्ति बढ़ाई। उन्होंने स्थानीय नवाबों के साथ संघर्ष और राजस्व अपवर्जन नीतियों के माध्यम से बंगाल में अपनी सत्ता स्थापित की। कंपनी धीरे-धीरे सैन्य और प्रशासनिक नियंत्रण हासिल कर एक औपनिवेशिक शक्ति के रूप में उभरी। यह अध्याय व्यापार से लेकर साम्राज्यता के प्रसार का वर्णन करता है।
Key Topics
- •ईस्ट इंडिया कंपनी का उदय और विस्तार
- •पलासी का युद्ध और उसका प्रभाव
- •दीवानी अधिकार और राजस्व संग्रहण
- •प्रशासनिक सुधार और वॉरेन हेस्टिंग्स
- •भारत में ब्रिटिश सैन्य शक्ति का उदय
Learning Objectives
- ✓समझना कि किस प्रकार ईस्ट इंडिया कंपनी भारत में व्यापारिक गतिविधियों के माध्यम से सत्तारूढ़ बनी।
- ✓पलासी के युद्ध के प्रभावों और इसके परिणामों का विश्लेषण करना।
- ✓जानना कि कंपनी ने दीवानी अधिकार के माध्यम से अपने व्यापार को कैसे बढ़ाया।
- ✓वॉरेन हेस्टिंग्स द्वारा किए गए प्रशासनिक सुधारों का महत्व समझना।
- ✓भारत में ब्रिटिश सैन्य शक्ति के उदय और उसके प्रभाव का अध्ययन।
Questions in Chapter
बंगाल पर अंग्रेज़ों की जीत किसकी जंग से शुरू हुई थी?
Answer: पलासी की जंग के बाद
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दीवानी मिलने से ईस्ट इंडिया कंपनी को किस तरह फायदा पहुंचा?
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कंपनी का शासन भारतीय राजाओं के शासन से किस तरह अलग था?
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Additional Practice Questions
ईस्ट इंडिया कंपनी ने किस प्रकार व्यापार के माध्यम से भारत में अपनी स्थिति मजबूत की?
mediumAnswer: कंपनी ने शुरू में व्यापारिक स्तंभ स्थापित किए और फिर स्थानीय शासकों के साथ विवाद और संधियों के माध्यम से राजस्व संग्रहण का अधिकार प्राप्त किया। धीरे-धीरे उन्होंने सैन्य और प्रशासनिक अधिकारों का विस्तार करते हुए भारत में अपनी पकड़ मजबूत की।
पलासी के युद्ध का कंपनी पर क्या प्रभाव पड़ा?
mediumAnswer: पलासी का युद्ध कंपनी के लिए निर्णायक रहा, जिसने बंगाल पर नियंत्रण की नींव रखी और कंपनी को राजनीतिक शक्ति प्रदान की। इसकी वजह से कंपनी को स्थानीय संसाधनों पर नियंत्रण मिला और उनके व्यापार व प्रशासनिक विस्तार की राह खुली।
वॉरेन हेस्टिंग्स का प्रशासन में क्या योगदान था?
hardAnswer: वॉरेन हेस्टिंग्स ने प्रशासनिक सुधार किए, जो कंपनी की शक्ति को स्थिरता प्रदान करते थे। उन्होंने न्याय प्रणाली और राजस्व व्यवस्था सुधारों के माध्यम से नियंत्रण को संगठित किया।
कंपनी के अफसरों को 'नबाव' क्यों कहा जाता था?
easyAnswer: कंपनी के अफसरों को 'नबाव' इसलिए कहा जाता था क्योंकि वे स्थानीय नवाबों के जैसे जीवनयापन करने लगे और भारतीय पद्धति से राजभोग का आनंद लेने लगे।
ईस्ट इंडिया कंपनी के व्यापारिक मॉडल का वर्णन करें।
mediumAnswer: कंपनी ने व्यावसायिक स्टेशनों को किलाबंदी दिया, जिससे उन्होंने अपने व्यापारिक मॉडल का विस्तार किया। उन्होंने स्थानीय शासकों से प्रतिस्पर्धा करते हुए कम कीमत पर माल खरीदे और उन्हें ऊंचे दामों पर बेचा।