Chapter 2: मेरे संग की औरतें

Hindi - Kritika • Class 9

Download PDF

Loading PDF...

Chapter Analysis

Intermediate26 pages • Hindi

Quick Summary

इस अध्याय में लेखिका ने अपने परिवार और विशेषकर महिलाओं के जीवन के संघर्ष और उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला है। लेखिका ने अपनी मां, नानी और दादी की जीवन यात्रा और उनके द्वारा झेली गई कठिनाइयों का चित्रण किया है। इस दौरान इन्होंने महिलाओं की दृढ़ता और समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारियों को उभारा है।

Key Topics

  • महिलाओं की भूमिका
  • समाज में महिलाओं का योगदान
  • संघर्ष और सफलता
  • पारिवारिक मूल्यों का महत्व
  • आत्मनिर्भरता
  • स्वतंत्रता आंदोलन में महिलाओं की भागीदारी
  • समाज में महिलाओं की स्थिति

Learning Objectives

  • परिवार में महिलाओं की भूमिका को समझना
  • महिलाओं के संघर्ष को पहचानना
  • आत्मनिर्भरता और नेतृत्व कौशल की समझ विकसित करना
  • महिलाओं की समाज में भिन्न भूमिकाओं को अध्ययन करना

Questions in Chapter

लेखिका ने अपनी नानी को कभी देखा भी नहीं फिर भी उनसे क्यों प्रभावित थीं?

Page 24

लेखिका की नानी की स्वतंत्रता के आंदोलन में किस प्रकार की भागीदारी रही?

Page 24

लेखिका की माँ परंपरा का निर्वाह न करते हुए भी लोगों के दिलों पर राज करती थीं। इस कथन के आलोक में -

Page 24

आप अपनी कल्पना से लिखें कि दादी ने परिजनों के लिए पहले बेटे के रूप में बेटी पाकर होने की अनुभूति क्यों महसूस की?

Page 24

Additional Practice Questions

लेखिका ने अपने परिवार में महिलाओं की भूमिका को किस प्रकार दर्शाया है?

medium

Answer: लेखिका ने अपने परिवार में महिलाओं की भूमिका को संघर्षपूर्ण लेकिन सशक्त और आत्मनिर्भर दिखाया है। उनके जीवन में कठिनाइयां थीं पर उन्होंने कभी हार नहीं मानी।

कैसे नानी ने स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया और इसका परिवार पर क्या प्रभाव पड़ा?

medium

Answer: नानी ने स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई और उनके योगदान का असर परिवार में खुद्दारी और राष्ट्रीय भावना के रूप में देखा गया।

माँ की पारंपरिक भूमिका और उनके नेतृत्व कौशल का विवेचन करें।

hard

Answer: माँ ने परंपरागत भूमिका को न मानते हुए भी नेतृत्व किया और समाज में अपनी अलग पहचान बनाई। उनका यह आत्मनिर्भर और साहसी रवैया निर्दिष्ट करता है कि समाज में वो कैसे अपनी जगह बनाने में सफल हुईं।

दादी के जीवन में किन-किन प्रकार की सामाजिक चुनौतियाँ रहीं?

hard

Answer: दादी के जीवन में कई सामाजिक चुनौतियाँ रहीं, जैसे कि स्त्री-प्रधान समाज प्रणाली, आर्थिक संघर्ष, और सामाजिक पूर्वाग्रह।

'मेरे संग की औरतें' के मुख्य संदेश और उसके समाज पर प्रभाव का विश्लेषण करें।

medium

Answer: इस अध्याय का मुख्य संदेश है कि महिलाएँ, चाहे कितना भी संघर्ष झेलें, वो अपनी भूमिका सफलतापूर्वक निभाते हुए समाज में विशेष स्थान बना सकती हैं। इसने समाज को महिलाओं की क्षमता के प्रति जागरूक किया।