Chapter 3: तुम कब जाओगे, अतिथि

Hindi - Sprash • Class 9

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Chapter Analysis

Intermediate9 pages • Hindi

Quick Summary

यह अध्याय एक हास्य व्यंग्य के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जिसमें एक अतिथि के अनायास ही लंबे समय तक मेजबान के घर में रह जाने की स्थिति को दर्शाया गया है। लेखक ने अतिथि की बिन बुलाए दिशा में चलते हुए उसकी हास्यपूर्ण स्थिति को चित्रण किया है। इस कहानी द्वारा यह सिखाया गया है कि अतिथि सत्कार महत्वपूर्ण है लेकिन उनकी सीमा भी होनी चाहिए।

Key Topics

  • अतिथि सत्कार
  • संवेदनशीलता
  • सहिष्णुता
  • व्यवहारिक बुद्धिमत्ता
  • हास्य व्यंग्य

Learning Objectives

  • अतिथि सत्कार के महत्व को समझना
  • अवांछित स्थिति का हास्य के रूप में चित्रण करना
  • संवेदनशीलता और सहिष्णुता के बीच संतुलन बनाना
  • व्यवहारिक कठिनाइयों का सामना करना
  • हास्य और व्यंग्य की शक्ति को पहचानना

Questions in Chapter

अतिथि कितने दिनों से लेखक के घर पर रह रहा है?

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संध्या के खाने को कौन-सी व्यवस्था दी गई?

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Additional Practice Questions

लेखक अतिथियों की अविराम मेहमाननवाज़ी का वर्णन कैसे करता है?

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Answer: लेखक ने अतिथियों की अविराम मेहमाननवाज़ी को एक बोझिल और हास्यापद स्थिति के रूप में प्रस्तुत किया है, जहाँ अतिथियों का सीमा के बिना रहना घर के सदस्यों के लिए असुविधाजनक हो जाता है।

अध्याय के माध्यम से लेखक ने क्या मुख्य संदेश दिया है?

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Answer: लेखक ने इस अध्याय के माध्यम से अतिथि सत्कार के महत्व को दर्शाया है लेकिन साथ ही यह भी बताया है कि इसमें एक संतुलन होना चाहिए जिससे मेजबान की सहनशीलता की परीक्षा न हो।