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Chapter Analysis
Intermediate19 pages • HindiQuick Summary
यह अध्याय भारतीय राजनीतिक संस्थाओं के कार्य और संरचना को समझाता है। इसमें सरकार के तीन स्तर – केंद्रीय, राज्य और स्थानीय निकायों का वर्णन किया गया है। सरकार के कार्यप्रणाली, उनके कार्य और जनता के प्रति उत्तरदायित्व का विस्तृत विवरण दिया गया है। यह पाठ लोकतंत्र में संस्थानों की भूमिका और महत्वपूर्णता को उजागर करता है।
Key Topics
- •सरकारी संस्थाओं का परिचय
- •सरकारी कार्यप्रणाली
- •संस्थाओं की भूमिका
- •लोकतंत्र में संस्थाओं का महत्व
- •संस्थाओं की संरचना
- •शक्ति का विकेंद्रीकरण
- •संस्थागत जवाबदेही और पारदर्शिता
- •संस्थाओं के माध्यम से शक्तियों का संतुलन
Learning Objectives
- ✓भारत में राजनीतिक संस्थाओं की संरचना को समझना।
- ✓संस्थाओं के कार्य और जिम्मेदारियों को पहचानना।
- ✓लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में संस्थाओं की भूमिका का विश्लेषण करना।
- ✓संस्थाओं के संचालन में पारदर्शिता और जवाबदेही के महत्व को समझना।
- ✓सरकारी संस्थाओं के बीच समन्वय और शक्तियों के संतुलन को समझना।
- ✓स्थानीय सरकार की स्थिति और उसके कार्यों का मूल्यांकन करना।
Questions in Chapter
राष्ट्रीय सरकार के तीन स्तर कौन-कौन से हैं?
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लोकतंत्र में संस्थाओं की भूमिका क्या है?
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केंद्रीय सरकार की संरचना बताएँ।
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Additional Practice Questions
राज्य सरकार और केंद्रीय सरकार के बीच अंतर बताएं।
mediumAnswer: राज्य सरकार का कार्यक्षेत्र स्थानीय होता है, जबकि केंद्रीय सरकार पूरे देश के लिए नीतियाँ बनाती है। केंद्रीय सरकार के पास अधिक शक्तियाँ होती हैं और वह मानक नीतियों के माध्यम से देशव्यापी विकास सुनिश्चित करती है।
स्थानीय सरकार के महत्व को विस्तृत करें।
easyAnswer: स्थानीय सरकारें जमीनी स्तर पर जनता की जरूरतों को पूरा करती हैं। वे स्थानीय समस्याओं का समाधान करती हैं और विकास योजनाओं को लागू करती हैं, जिससे स्थानीय स्तर पर शासन में भागीदारी होती है।
संस्थाओं का कामकाज लोकतंत्र को कैसे सुदृढ़ करता है?
hardAnswer: संस्थाओं का पारदर्शी और जिम्मेदार कामकाज लोकतंत्र को सुदृढ़ करता है। वे नागरिक अधिकारों की रक्षा करते हैं और जवाबदेही सुनिश्चित करते हैं, जिससे जनता में विश्वास बना रहता है।
देश में लोकतंत्र का भविष्य संस्थाओं पर क्यों निर्भर करता है?
mediumAnswer: लोकतंत्र का भविष्य संस्थाओं की मजबूती और उनकी निष्पक्षता पर निर्भर करता है। स्वस्थ संस्थाएं नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा करती हैं और प्रशासनिक कार्यों में संतुलन बनाती हैं।
कैसे संस्थाएं सरकार के अतिक्रमण को रोकती हैं?
hardAnswer: संस्थाएं सरकार की विभिन्न शाखाओं में शक्ति का विभाजन करके अतिक्रमण को रोकती हैं। वे शक्ति के विकेंद्रीकरण और नागरिक अधिकारों की सुरक्षा के माध्यम से संतुलन बनाए रखती हैं।