Chapter 2: स्वर्णकाकः

Sanskrit - Shemushi • Class 9

Download PDF

Loading PDF...

Chapter Analysis

Beginner16 pages • Hindi

Quick Summary

इस कहानी में एक स्वर्ण पंख वाला कौआ है जो एक कन्या के लिए भोजन लाता है। कहानी में कौए की चालाकी और कन्या की प्रसन्नता का वर्णन है। कथा में सत्य और छल का विरोधाभास प्रस्तुत किया गया है।

Key Topics

  • स्वर्ण कौआ
  • कन्या की भोलेपन
  • सत्य और छल
  • प्रतीकात्मकता
  • न्याय का समर्थन

Learning Objectives

  • सत्य और छल के बीच अंतर समझना
  • प्रतीकात्मकता का मूल्यांकन करना
  • न्याय और सत्य की प्रशंसा
  • कहानी के पात्रों का विश्लेषण

Questions in Chapter

स्वर्णकाकः के मुख्य पात्र कौन-कौन हैं?

Page 9

कहानी में कौआ क्या करता है?

Page 12

कन्या के प्रति कौए की क्या भावना थी?

Page 14

Additional Practice Questions

स्वर्णकाकः कहानी का मुख्य संदेश क्या है?

medium

Answer: स्वर्णकाकः कहानी में यह संदेश दिया गया है कि हमें सच और न्याय का साथ देना चाहिए न कि छल और कपट का।

कौए के स्वर्ण पंख का क्या प्रतीकात्मक अर्थ हो सकता है?

medium

Answer: कौए के स्वर्ण पंख का प्रतीकात्मक अर्थ यह हो सकता है कि बाहरी चमक अक्सर असली गुणों को छिपा लेती है।

कन्या का चरित्र चित्रण करें।

easy

Answer: कन्या भोली और सरल हृदय की है, जो अपनी स्थिति से अनजान रहकर कौए की प्रगति पर विश्वास करती है।

कहानी में वर्णित किसी एक घटना को अपनी भाषा में लिखे।

hard

Answer: कन्या के पास एक स्वर्ण पंख वाला कौआ आता है और उसे अपने पंख का लोभ देता है।

कौआ कैसे कन्या को प्रभावित करता है?

medium

Answer: कौआ अपनी चतुराई और अद्वितीय उपस्थिति से कन्या को प्रभावित करता है।