Chapter 11: वाच्य परिवर्तन

Sanskrit - Vyakaranavithi • Class 9

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Chapter Analysis

Intermediate5 pages • Hindi

Quick Summary

इस अध्याय में संस्कृत व्याकरण के एक महत्वपूर्ण विषय 'वाच्य परिवर्तन' पर चर्चा की गई है। वाच्य तीन प्रकार के होते हैं: कर्तृवाच्य, कर्मवाच्य और भाववाच्य। इसके अंतर्गत वाक्यों के प्रकार और उनके व्याकरणिक तत्वों में कैसे परिवर्तन किया जाता है, यह बताया गया है। इस पाठ में विभिन्न प्रकार के वाक्यों के उदाहरण और उनके वाच्य परिवर्तन की प्रक्रियाएँ भी विस्तार से समझाई गई हैं।

Key Topics

  • वाच्य परिवर्तन
  • कर्तृवाच्य
  • कर्मवाच्य
  • भाववाच्य
  • क्रिया रूप
  • विभक्ति परिवर्तन
  • संरचना परिवर्तन
  • उदाहरण

Learning Objectives

  • वाच्य परिवर्तन की समझ विकसित करना
  • कर्तृवाच्य से कर्मवाच्य में परिवर्तन करना सीखना
  • भाववाच्य के उदाहरण पहचानना
  • संस्कृत वाक्यों के प्रकारों को समझना
  • भिन्न प्रकार के वाक्यों की निर्माण प्रक्रिया को जानना
  • वाच्य परिवर्तन के व्याकरणिक नियमों को लागू करना

Questions in Chapter

प्र. 1. उदाहरणमिुसत्‍य ‍यथालिलदतृष्ं‍ वाच्‍यपररवरतृिं कुरुर—

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प्र. 2. अधोलिलिरवाक‍ेयषु कर्तृपदे वाच्‍यािुसारं ररकरसथािालि पूर‍यर—

Page 128

प्र. 3. अधोलिलिरवाक्‍यािां कमतृपदे पररवरतृिं कुरुर—

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प्र. 4. अधोलिलिरवाक्यािां लरि‍यापदे पररवरतृिं कुरुर—

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प्र. 5. अधोलिलिरािां कथिािाम ्उत्तरे त्र्य: लवकलपा: दत्ता:। शुद्धलवकलपसिय समके्ष () इलर कुरुर—

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Additional Practice Questions

कर्तृवाच्य से कर्मवाच्य में कैसे परिवर्तन किया जाता है?

medium

Answer: कर्तृवाच्य में कर्ता प्रधान होता है, और कर्मवाच्य में कर्म प्रधान होता है। इसके लिए कर्ता को तृतीया विभक्ति में रखकर वाक्य का निर्माण होता है।

भाववाच्य के उदाहरण दीजिए।

easy

Answer: उदाहरण: 'तेन फलं खाद्यते', जहाँ 'फलं' प्रधान है और यह बताता है कि फल खाया जा रहा है।

वाच्य परिवर्तन का मुख्य उद्देश्य क्या है?

medium

Answer: वाच्य परिवर्तन का मुख्य उद्देश्य वाक्य के तत्वों का पुनः निर्माण करके वाक्य की संप्रेषणीयता को बनाए रखते हुए उसकी संरचना को बदलना है।

कर्तृवाच्य और भाववाच्य में क्या अंतर है?

hard

Answer: कर्तृवाच्य में क्रिया का मुख्य कारक कर्ता होता है, जबकि भाववाच्य में किसी कर्म विशेष की अभिव्यक्ति मुख्य होती है, न कि कर्ता की।

संस्कृत में वाच्य परिवर्तन के लिए कौन-कौन से भेद होते हैं?

easy

Answer: संस्कृत में वाच्य परिवर्तन के कर्तृवाच्य, कर्मवाच्य और भाववाच्य भेद होते हैं, जिन्हें वाक्यों की भिन्नता और उनके तत्वों के आधार पर बदलते हैं।