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Chapter Analysis
Intermediate25 pages • HindiQuick Summary
इस अध्याय में 'प्रत्यय' के विभिन्न प्रकारों का वर्णन किया गया है जैसे कृत प्रत्यय, तद्धित प्रत्यय, स्त्री प्रत्यय। प्रत्यय का प्रयोग धातुओं और संज्ञा शब्दों के साथ जोड़कर नए शब्दों का निर्माण करने के लिए किया जाता है। इन प्रत्ययों के द्वारा शब्दों के अर्थ को कैसे परिवर्तित किया जाता है, इसका विस्तार से उदाहरणों सहित वर्णन किया गया है।
Key Topics
- •कृत प्रत्यय
- •तद्धित प्रत्यय
- •स्त्री प्रत्यय
- •क्रिया के विशेषण में परिवर्तन
- •अर्थ के विविध स्वरूप
- •विशेषण का निर्माण
- •अव्यय शब्द निर्माण
- •संज्ञा निर्माण
Learning Objectives
- ✓प्रत्ययों के प्रकारों को समझना
- ✓कृत प्रत्यय के महत्व को जानना
- ✓तद्धित प्रत्यय के प्रयोग
- ✓स्त्री प्रत्यय के उपयोग
- ✓शब्द संरचना में प्रत्यय का योगदान
- ✓प्रत्ययों के साथ धातु का संयोजन
Questions in Chapter
प्र. 1. प्रत्यय संयरुज्य यथायोग्य ठिखत— i) पठ् + शतृ (पुं.) ......................................
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प्र. 2. यथायोग्य उदाहरणं प्रत्यययोग्ये परुन: ठिखत— i) रीडन बालक: पाठयति (स्त्रीलिङ्गे) ......................................
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प्र. 3. उदाहण्यामनुसार्य सूत्रिपदय: प्रत्यय योग्य ठिखत— i) बकालिकायू बालक: गच्छति। स: पाठियत्।
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प्र. 4. शुद्ध रूपं ठिच्य ठिखत— i) गम् + क्क्रतु — गमकृत् / गमकर्ता
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Additional Practice Questions
कृत प्रत्यय के उदाहरण दिये गए हैं। इस प्रत्यय का और किस प्रकार से प्रयोग हो सकता है?
mediumAnswer: कृत प्रत्यय के प्रयोग से क्रिया के माध्यम से संज्ञा, विशेषण या अव्यय शब्द बनते हैं। जैसे 'कर्तृ', 'दातृ'।
तद्धित प्रत्यय का कौन-कौन से प्रकार होते हैं और इनका उदाहरण दें।
hardAnswer: तद्धित प्रत्यय का प्रयोग संज्ञा और विशेषण शब्दों के लिए होता है। 'मतुप्' जैसे प्रत्यय इस श्रेणी में आते हैं, उदाहरणत: 'स्वर्णिम', 'लौहित'।
स्त्री प्रत्यय किन किन संज्ञा शब्दों में योग किया जाता है?
easyAnswer: स्त्री प्रत्यय का योग पुँल्लिङ्ग शब्दों को स्त्रीलिङ्ग शब्दों में बदलने के लिए होता है। जैसे 'सेविका', 'लेखिका'।
प्रत्यय का क्या महत्व है संस्कृत व्याकरण में?
mediumAnswer: प्रत्यय के बिना संज्ञा, विशेषण, अव्यय आदि का निर्माण असम्भव है। ये शब्दों की संरचना और अर्थनिर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
प्रत्यय के उपयोग से शब्दों का अर्थ कैसे बदलता है?
mediumAnswer: प्रत्यय जोड़ने से शब्द के मूल अर्थ में विशेषता या गुणवाचक अर्थ जुड़ता है, जिससे नए अर्थवाले शब्द बनते हैं।