Chapter 11: तीसरी कसम के शिल्पकार शैलेंद्र

Hindi - Sparsh • Class 10

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Chapter Analysis

Intermediate8 pages • Hindi

Quick Summary

इस अध्याय में प्रसिद्ध गीत लेखक शैलेंद्र की चर्चा की गई है। शैलेंद्र ने भारतीय फिल्म उद्योग में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए पहचान बनाई। उन्हें उनके गीतों की गहराई और भावनात्मक अभिव्यक्तियों के लिए जाना जाता था। इस अध्याय में उनकी व्यक्तिगत जीवन और उनके साहित्यिक योगदान पर विशेष ध्यान दिया गया है।

Key Topics

  • शैलेंद्र का जीवन परिचय
  • शैलेंद्र के काव्य की विशेषताएं
  • भारतीय सिनेमा में शैलेंद्र का योगदान
  • गीत लेखन की शैली और प्रभाव
  • शैलेंद्र की साहित्यिक यात्रा

Learning Objectives

  • विद्यार्थी शैलेंद्र के जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं को समझेंगे।
  • शैलेंद्र के काव्य की विशेषताओं का वर्णन कर सकेंगे।
  • भारतीय सिनेमा में शैलेंद्र के योगदान की सराहना कर सकेंगे।
  • गीत लेखन की प्रक्रिया और उसकी व्यावहारिकता को समझेंगे।
  • सामाजिक मुद्दों पर शैलेंद्र के दृष्टिकोण की विवेचना कर सकेंगे।

Questions in Chapter

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Additional Practice Questions

शैलेंद्र के गीतों में कौन-कौन से भाव व्यक्त होते हैं?

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Answer: शैलेंद्र के गीतों में व्यक्तिगत और सामाजिक मुद्दों की गहरी समझ व्यक्त होती है। उनके गीतों में प्रेम, दर्द, संघर्ष, और सामाजिक न्याय के पहलुओं को उजागर किया जाता है।

शैलेंद्र की लेखन शैली की क्या विशेषताएं हैं?

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Answer: शैलेंद्र की लेखन शैली सरल लेकिन प्रभावशाली थी। वे आम जनमानस की भाषा में अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में प्रवीण थे।

शैलेंद्र के गीतों से भारतीय सिनेमा को क्या लाभ हुआ?

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Answer: शैलेंद्र के गीतों ने भारतीय सिनेमा को गहराई और प्रभावशाली अभिव्यक्ति दी, जिससे फिल्में अधिक जीवंत और दर्शकों के लिए संवेदनशील बनीं।

शैलेंद्र के जीवन का कौन सा दौर उनके लिए सबसे चुनौतीपूर्ण था?

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Answer: शैलेंद्र के जीवन का वो दौर, जब वे निजी और आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे थे, उनके लिए सबसे चुनौतीपूर्ण था, लेकिन उन्होंने इसे साहित्यिक उत्कृष्टता में बदल दिया।