Chapter 6: उपसर्ग

Sanskrit - Vyakaranavithi • Class 10

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Chapter Analysis

Intermediate5 pages • Hindi

Quick Summary

इस अध्याय में उपसर्गों के विभिन्न रूपों एवं उनके उपयोग की व्याख्या की गई है। उपसर्ग का अर्थ व धातुओं के साथ जुड़ने पर उसके अर्थ में होने वाले परिवर्तन को समझाया गया है। साथ ही, यह बताया गया है कि कैसे अलग-अलग उपसर्गों के जुड़ने से शब्दों के अर्थ में विविधता आती है।

Key Topics

  • उपसर्गों की परिभाषा
  • उपसर्गों के प्रकार
  • धातुओं पर उपसर्गों का प्रभाव
  • उपसर्ग के साथ शब्द रचना
  • उपसर्गों के जुड़ने से अर्थ परिवर्तन

Learning Objectives

  • उपसर्गों की परिभाषा और उद्देश्य को समझना
  • उपसर्गों के विभिन्न प्रकारों की पहचान करना
  • धातुओं के साथ उपसर्गों का प्रयोग समझना
  • शब्दों में उपसर्गों से होने वाले परिवर्तन को पहचानना
  • उपसर्गों के सही उपयोग का अभ्यास करना

Questions in Chapter

प्र.1. अिोनलनििेषु प‍ेदषु उपसर ््गि ्ि्िूि ्च पथृक् कृतव् नलिि

Page 52

प्र.2. कोष्‍ठक्ि ्शुद्धप‍द ंनचतव् ररक्िस्थ्िे नलिि

Page 53

प्र.3. ह्र:, योर: इनत शब्‍दाभयां सह अधोनलनखताि ्उपसरा्वि ्संयजु्य प्रत्येकं प‍दद्यस्य निमा्वण ंकुरुत।

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Additional Practice Questions

उपसर्ग क्या होते हैं? उनके प्रकार समझायें।

medium

Answer: उपसर्ग वे शब्दांश होते हैं जो किसी भी क्रिया, संज्ञा या विशेषण के पहले जुड़कर उसके मूल अर्थ में परिवर्तन करते हैं। उनके मुख्य प्रकार हैं - ‘प्र’, ‘पर’, ‘अप’, ‘स’ आदि।

उपसर्ग 'आ' जोड़कर कुछ शब्दों का निर्माण करें।

easy

Answer: उदाहरण: आगमन, आधार, आहार।

धातु 'राम्' के साथ उपसर्ग 'उप' जोड़कर उसका अर्थ बताइये।

medium

Answer: उप + राम् = उपरमते, जिसका अर्थ है 'पास जाता है'।

उपसर्गों के प्रयोग से जुड़ी कठिनाइयों का वर्णन करें।

hard

Answer: उपसर्गों के प्रयोग में सबसे बड़ी कठिनाई यह होती है कि वे शब्दों के मूल अर्थ में सूक्ष्म और कभी-कभी अप्रत्याशित परिवर्तन ला सकते हैं, जिससे अर्थ का सही अनुप्रयोग आवश्यक हो जाता है।

विभिन्न उपसर्गों के जुड़ने से होने वाले अर्थ परिवर्तन की व्याख्या कुछ उदाहरणों द्वारा करें।

medium

Answer: उदाहरण: 'हार' शब्द में 'प्र', 'सम्', 'आ' जैसे उपसर्ग जोड़कर प्रहार, संहार, आहार बनते हैं, जो क्रमशः ‘मारना’, ‘विनाश करना’, ‘भोजन करना’ का अर्थ देते हैं।