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Chapter Analysis
Intermediate12 pages • HindiQuick Summary
इस अध्याय में लेखिका ने भारतवर्ष के विकास को संभव बनाने के लिए विभिन्न उपायों पर चर्चा की है। वे इस बात पर जोर देती हैं कि सामाजिक सुधार, शिक्षा और सभी वर्णों की एकता भारतवर्ष की प्रगति के लिए आवश्यक हैं। लेखिका द्वारा यह बताया गया है कि भौतिक प्रगति के साथ-साथ नैतिक मूल्यों का पालन भी आवश्यक है।
Key Topics
- •सामाजिक सुधार
- •शिक्षा का महत्व
- •सभी वर्णों की एकता
- •नैतिक मूल्यों का पालन
- •देश की आर्थिक उन्नति
- •जातिवाद का उन्मूलन
Learning Objectives
- ✓सही नैतिक और सामाजिक मूल्यों को समझना और अपनाना।
- ✓शिक्षा के महत्व को पहचानना।
- ✓जातिवाद और भेदभाव को खत्म करके एकता बनाना।
- ✓सामाजिक सुधारों के महत्व को समझना।
Questions in Chapter
इस अध्याय के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि 'इस विकासशील देश में जो कुछ हो, वही बहुत हो क्यों कहा गया है?'
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'जहाँ रॉबर्ट सक्सेस तरीके से क्लर्क हों, वहाँ ऐसा समाज क्यों हो?' इस वाक्य में लेखक ने किस प्रकार के समाज की कल्पना की है?
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देश की सभी प्रकार से उन्नति हो, इसके लिए लेखक ने जो उपाय बताए, उनमें से किन्हीं चार का उदाहरण सहित उल्लेख कीजिए।
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Additional Practice Questions
भारत की नैतिक और भौतिक उन्नति के लिए कौन-कौन से कदम उठाए जा सकते हैं?
mediumAnswer: इसके लिए शिक्षा को जन-जन तक पहुँचाना आवश्यक है, जाति-पाति का भेदभाव मिटाना होगा और सभी को समान अवसर प्रदान करने होंगे।
आपके अनुसार भारतवर्ष की प्रगति में सबसे बड़ी बाधा क्या हो सकती है?
hardAnswer: भारतवर्ष की प्रगति में सबसे बड़ी बाधा जातिवाद, भ्रष्टाचार और अशिक्षा हो सकते हैं, जिन्हें दूर करने के लिए सामाजिक सुधार आवश्यक हैं।