Loading PDF...
Chapter Analysis
Intermediate19 pages • HindiQuick Summary
यह अध्याय संविधान की जीवंतता और गतिशीलता पर केंद्रित है। इसमें संविधान के विकास, उसकी मूल संरचना और संशोधन की प्रक्रिया का विस्तार से वर्णन किया गया है। न्यायपालिका और संसद की भूमिका और उनके संतुलन को भी समझाया गया है। यह अध्याय भारतीय लोकतंत्र के संवैधानिक ढांचे की महत्वपूर्ण विशेषताओं का विश्लेषण करता है।
Key Topics
- •संविधान का विकास
- •संविधान की मूल संरचना
- •संविधान में संशोधन प्रक्रिया
- •न्यायपालिका और संसद का संतुलन
- •लोकतंत्र के संवैधानिक ढांचे
- •संविधान सभा की भूमिका
Learning Objectives
- ✓संविधान की मूल संरचना को समझना
- ✓संविधान में संशोधन की प्रक्रिया का विश्लेषण करना
- ✓संविधान के विकास की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि का अध्ययन करना
- ✓संविधान सभा की भूमिका और महत्व को पहचानना
Questions in Chapter
संविधान एक जीवंत दस्तावेज़ का सामाजिक और राजनीतिक महत्व क्या है?
Page 213
विशेष बहुमत की आवश्यकता क्यों होती है?
Page 219
Additional Practice Questions
संविधान में संशोधन की आवश्यकता क्यों होती है?
mediumAnswer: संविधान में संशोधन इसलिए आवश्यक होता है ताकि वह बदलते सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिस्थितियों के अनुरूप बना रहे। यह प्रक्रिया लोकतंत्र की जीवंतता और कार्यशीलता को बनाए रखने में मदद करती है।
भारतीय संविधान के मुख्य संशोधन कौन से हैं?
hardAnswer: भारतीय संविधान में कई प्रमुख संशोधन हुए हैं जैसे 42वां संशोधन जिसने संविधान की मूल संरचना में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन किए। इससे न्यायपालिका की समीक्षात्मक शक्तियों में वृद्धि हुई।
संविधान सभा रोल क्या है?
easyAnswer: संविधान सभा भारतीय संविधान की रचना के लिए गठित की गई थी। इसने संविधान के मूल ढाँचे को तैयार करते समय विभिन्न वर्गों के हितों का ध्यान रखा।