Chapter 4: d- एवं f- ब्लॉक के तत्व

Chemistry Part 1 - Hindi • Class 12

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Chapter Analysis

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Quick Summary

इस अध्याय में d- और f-ब्लॉक तत्वों की विशेषताओं और उनके जटिल रासायनिक व्यवहार पर चर्चा की गई है। इसमें d-ब्लॉक तत्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास और f-ब्लॉक के लांथेनाइड और एक्टिनाइड श्रृंखलाओं का विस्तृत अध्ययन किया गया है। रासायनिक गुण, ऑक्सीकरण अवस्थाएं, और उनके उद्योगों में इस्तेमाल का महत्व भी वर्णित है। यह अध्याय इन तत्वों की आधुनिक अनुसंधान और तकनीकी अनुप्रयोगों के संदर्भ में विस्तृत जानकारी प्रदान करता है।

Key Topics

  • d-ब्लॉक तत्वों का इलेक्ट्रोनिक विन्यास
  • फ-ब्लॉक की लांथेनाइड और एक्टिनाइड श्रंखला
  • ऑक्सीकरण अवस्थाएँ और रासायनिक गुण
  • ट्रांजीशन मेटल कम्प्लेक्स और उनके गुण
  • रासायनिक प्रतिक्रियाशीलता और कैटेलिटिक एप्लीकेशन
  • लांथेनाइड संकुचन और इसके प्रभाव

Learning Objectives

  • छात्र d-ब्लॉक तत्वों के इलेक्ट्रोनिक विन्यास को समझेंगे।
  • छात्र फ-ब्लॉक तत्वों की विशेषताओं को पहचान सकेंगे।
  • छात्र ऑक्सीकरण अवस्थाओं का अध्ययन करेंगे और उनका परिणाम समझेंगे।
  • छात्र रासायनिक प्रतिक्रियाओं में d और f-ब्लॉक के तत्वों की भूमिका का विश्लेषण कर सकेंगे।
  • छात्र विभिन्न तत्वों के कैटेलिटिक एप्लिकेशन का मूल्यांकन करेंगे।

Questions in Chapter

4.1 सिल्वर में इलेक्ट्रॉन रिक्त d कक्ष (d¹⁰) होते हैं। आप कैसे कह सकते हैं कि यह एक संक्रमण धातु है?

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4.33 निम्नलिखित के संदर्भ में एसिडिक और लांथेनाइड श्रृंखला के तत्वों और उनके मिश्रण की तुलना कीजिए: (i) इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फ़िगरेशन (ii) ऑक्सीकरण अवस्थाएं (iii) रासायनिक प्रतिक्रियाशीलता

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4.35 पहली श्रेणी के संक्रमण तत्वों के रासायनिक गुणधर्मों की दूसरी और तीसरी श्रेणी के तत्वों से क्रॉस-कम्पेरिजन कीजिए। निम्नलिखित दृष्टिकोणों पर विशेष ध्यान दें: (i) इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फ़िगरेशन (ii) ऑक्सीकरण अवस्थाएं (iii) यौगिक कठोरता

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Additional Practice Questions

लांथेनाइड और एक्टिनाइड श्रृंखलाओं के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास को विस्तार से समझाएं।

medium

Answer: लांथेनाइड श्रृंखला में इलेक्ट्रोनिक विन्यास आम तौर पर 4f उपश्रेणी भरने से होता है जबकि एक्टिनाइड श्रृंखला में 5f उपश्रेणी भरती है। इन दोनों श्रृंखलाओं में f उपश्रेणियों के ऑबिटलों का असंपूर्ण भराव होता है, जो उन्हें अद्वितीय रासायनिक और भौतिक गुणधर्म प्रदान करता है।

d-ब्लॉक तत्वों की विशेषता रासायनिक प्रतिक्रियाओं के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?

hard

Answer: d-ब्लॉक तत्व अपनी अलग-अलग ऑक्सीकरण अवस्थाओं और जटिल यौगिकों के निर्माण की क्षमता के कारण विशिष्ट रासायनिक प्रतिक्रियाओं में भाग लेते हैं। ये हाई स्पिन और लो स्पिन परिसर बना सकते हैं, जो विभिन्न उद्योगों में उत्प्रेरक के रूप में महत्वपूर्ण हैं।

रासायनिक प्रतिक्रियाशीलता के संदर्भ में f-ब्लॉक तत्वों की अद्वितीयता क्या है?

hard

Answer: f-ब्लॉक तत्व अपने इलेक्ट्रॉनिक विन्यास और रेडियोधर्मी गुणों के कारण अद्वितीय हैं। इनमें लांथेनाइड संकुचन होता है, जिससे उनके रासायनिक गुणधर्म प्रभावित होते हैं। ये प्रतिक्रिया में बड़ी भूमिका निभाते हैं, खासकर न्यूक्लियर ऊर्जा से जुड़े अनुप्रयोगों में।

कई d-ब्लॉक तत्वों के धात्विक गुणधर्म कैसे प्रभावित होते हैं?

medium

Answer: d-ब्लॉक तत्वों में इलेक्ट्रॉनिक विन्यास में आंशिक रूप से भरे d ऑर्बिटल्स होते हैं, जो उन्हें अतिरिक्त स्थायित्व प्रदान करते हैं। इससे ये उच्च-तापमान पर भी ठोस रहते हैं और इनमें उच्च विद्युतीय और ऊष्मीय चालकता होती है।

लांथेनाइड संकुचन के कारण क्या प्रभाव होते हैं?

medium

Answer: लांथेनाइड संकुचन की वजह से बाद के ट्रांजीशन एलिमेंट्स में आकार में कमी आती है। इससे इनके रासायनिक और भौतिक गुणधर्म प्रभावित होते हैं जैसे कि कठोरता और ज्वलनशीलता। इस प्रभाव का अध्ययन समझना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह तत्वों की संपूर्ण रासायनिक प्रक्रिया को प्रभावित करता है।