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Chapter Analysis
Beginner9 pages • HindiQuick Summary
इस अध्याय में विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों और संतुलित आहार का महत्व बताया गया है। छात्रों को बताया जाता है कि संतुलित भोजन से ही शरीर स्वस्थ और ताकतवर बनता है। अध्याय में मौसमी फलों और सब्जियों की सूची बनाने जैसे गतिविधियों का समावेश है। इसमें यह भी समझाया गया है कि हमें क्यों और कैसे भोजन का सही चुनाव करना चाहिए जिससे बीमारियों से बचा जा सके।
Key Topics
- •संतिुलत भोजन का महत्व
- •विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों की सूची
- •मौसमी फलों और सब्जियों की जानकारी
- •खाद्य पदार्थों के पोषक तत्व
- •भोजन की बबार्दी रोकने के तरीके
Learning Objectives
- ✓छात्रों को संतुलित आहार का महत्व समझाना।
- ✓विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों की पहचान करना।
- ✓मौसमी फलों और सब्जियों की उपयोगिता बताना।
- ✓छात्रों को पोषक तत्वों की जानकारी देना।
- ✓भोजन की बबार्दी रोकने के महत्व पर विचार करना।
Questions in Chapter
प�रवार में खाए जाने वाले फलों और सिब्जयों क� सचूी बनाइए।
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अपनी पसंद के िकसी व्यंजन को बनाने क� िविध िलिखए।
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िकसी ऐसे भोजन का नाम िलिखए िजसमें उपयोग क� जाने वाली सामग्री पौधों और जानवरों, दोनों से िमलने वाली चीजों से बनती ह।ै
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Additional Practice Questions
संतिुलत भोजन खाने से हमारा शरीर कैस ेफायदा होता ह?ै
mediumAnswer: संतिुलत भोजन खाने से हमारा शरीर आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त करता है जिससे हम स्वस्थ रहते हैं। यह हमें बीमारियों से बचाता है और हमारे शारीरिक विकास में सहायक होता है।
विभिन्न प्रकार के अनाजों के नाम िलिखए जो हम अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं।
easyAnswer: चावल, गेहूँ, रागी, ज्वार, बाजरा आदि अनाज हमारे भोजन में शामिल किए जा सकते हैं। इनसे हमें आवश्यक ऊर्जा मिलती है।
फलों और सिब्जयों का हमारे आहार में क्या महत्व है?
mediumAnswer: फलों और सिब्जयों से विटामिन्स, खनिज पदार्थ और फाइबर प्राप्त होते हैं जो हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं।
हम अक्सर कहते हैं, 'जल ही जीवन ह' - इस वाक्य का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
easyAnswer: जल के बिना जीवन संभव नहीं है। यह हमारे शरीर की सफाई करता है और जीवित रहने के लिए आवश्यक तत्व प्रदान करता है।
कैसे हम भोजन की बबार्दी को रोक सकते हैं?
hardAnswer: भोजन की बबार्दी को रोकने के लिए हमें जरूरत के हिसाब से भोजन पकाना चाहिए, बचा हुआ भोजन पुनः उपयोग में लाना चाहिए और उचित रख-रखाव करना चाहिए।