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Chapter Analysis
Intermediate16 pages • HindiQuick Summary
इस अध्याय में वृत के विभिन्न गुणों, जैसे की केंद्रीय कोण और पृष्ठीय कोण के संबंध और उनके उपयोग के बारे में विस्तार से बताया गया है। इसमें उदाहरण और अभ्यास प्रश्नों के माध्यम से विद्यार्थियों को वृत के ज्यामितीय सिद्धांतों की समझ विकसित करने में मदद की गई है। इसमें वृत के बारे में विभिन्न प्रमेय और उनकी प्रमानिकरण की पद्धति भी सिखाई गई है।
Key Topics
- •वृत्त का परिभाषा
- •केंद्रीय कोण
- •परिधीय कोण
- •जीवा और उसके गुण
- •उपवृत की अवधारणा
- •व्यास और त्रिज्या
- •वृत्त के गुण
- •जीवा और उसके व्यास के बीच संबंध
Learning Objectives
- ✓वृत्त के सभी प्रमुख भागों को पहचानना।
- ✓केंद्रीय और परिधीय कोणों के बीच संबंध को समझना।
- ✓जीवा के गुण और उनके उपयोग को जानना।
- ✓वृत्त के क्षेत्रफल और परिधि का सही सूत्र लागू करना।
- ✓वृत्त के भीतर और बाहर स्थित बिंदुओं के प्रभाव को समझना।
- ✓वृत्त के प्रमेयों का प्रमानिकरण करना।
Questions in Chapter
वृत्त के केंद्र पर स्थित कोण ज्ञात करें।
Page 138
दिखाइए कि एक वृत्त के सभी व्यास बराबर होते हैं।
Page 139
किसी वृत्त के दो बिंदुओं पर आरेखित जीवा की लंबाई ज्ञात करें।
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Additional Practice Questions
एक वृत्त की परिधि का सूत्र क्या है?
easyAnswer: वृत्त की परिधि का सूत्र 2πr (जहां 'r' वृत्त की त्रिज्या है) होता है।
वृत्त के क्षेत्रफल का सूत्र क्या है?
easyAnswer: वृत्त के क्षेत्रफल का सूत्र πr^2 (जहां 'r' वृत्त की त्रिज्या है) होता है।
कैसे साबित करें कि किसी वृत्त के व्यास द्वारा बने कोण 90 डिग्री होते हैं?
mediumAnswer: यह प्रमेय बताता है कि यदि वृत्त पर कोई जीवा एक केंद्र द्वारा दो बराबर भागों में विभाजित होती है, तो इससे जीवा पर बने कोण 90 डिग्री होते हैं।
वृत्त के परिधि पर विभिन्न कोणों के बीच क्या संबंध होता है?
mediumAnswer: केंद्रीय कोण और चाप के संबंध में यह कहा जा सकता है कि केंद्रीय कोण दो बार होता है जितना परिधीय कोण।